लालू से नीतीश किसी भी मायने में अच्छे नहीं, राज खोलकर करेंगे बेनकाब : रामजतन

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सिटी पोस्ट लाइव : ‘अपमान के खिलाफ स्वाभिमान की रक्षा’ की लड़ाई में अगड़े वर्ग को आगे आने का आह्वान करते हुए पूर्व मंत्री और जेडीयू के बागी नेता डॉ रामजतन सिन्हा ने कहा कि वह नीतीश कुमार को कुर्सी से उतार कर ही दम लेंगे।जहानाबाद जिले के मखदुमपुर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर निकले रामजतन सिन्हा ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला तो लालू पर नरम रूख रखा वही लोजपा नेता चिराग पासवान के नीतीश हटाओ अभियान का स्वागत भी किया।

जेडीयू से बागी हुए नेता डॉ. रामजतन सिन्हा ने नीतीश के सहयोग में जुटे अपने दो स्वजातीय नेताओं पर तल्ख तेवर दिखाते हुए उन्हें शिखंडी तक करार दे दिया। उन्होंने कहा कि दो शिखंडी के सहारे नीतीश पुनः गद्दी पर नहीं लौट सकते ।जनता उन्हे नकार रही है। सवर्णों में आक्रोश है। वह भी अब चुप बैठने वाले नहीं हैं। नीतीश के कई राज उनके पास हैं जिसे खोलकर उसे बेनकाब कर देंगे। नीतीश का नाश करने के लिए शिखा बांधकर मैदान में उतर पड़े हैं ।सूबे में जदयू को 20 से 21 सीट नहीं मिलने वाला है।

रामजतन सिन्हा ने कहा कि लालू से नीतीश किसी भी मायने में अच्छे नहीं है। लालू यादव के बाद आए नीतीश ने भी प्रमुख समाजवादी नेता से लेकर जनता को ठगने एवं लूटने का का काम किया है। जॉर्ज फर्नांडिस, शरद यादव, रामविलास पासवान, प्रभुनाथ सिंह ,दिग्विजय सिंह सरीखे अन्य प्रमुख जन नेताओं को किनारा कर अपनी कुर्सी कायम रखा हैं। उन्होनें कहा कि कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने भी नीतीश को गद्दी पर बैठाने के लिए पार्टी फोरम पर लड़ाई लड़ 12 विधायकों के साथ समर्थन दिया था। कई निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन दिलवाया था। बाद में शुभचिंतकों के कहने पर जनता दल यू पार्टी ज्वाइन किया किंतु उनके साथ भी छल किया गया। कोई ऐसा सगा नहीं जिसको उसने ठगा नहीं।

उन्होनें कहा कि कि बारा सेनारी जैसे नरसंहार को झेल कर भूमिहार समाज ने नीतीश कुमार को गद्दी पर बैठाने का काम किया परंतु नीतीश ने सवर्ण समाज को राजनीतिक हाशिए पर ला दिया । राजद पृष्ठभूमि से से आए लोगों को विधायक- मंत्री एवं सांसद बनाया जा रहा है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जब नीतीश सवर्णों का टिकट काटकर राजद पृष्ठभूमि वाले नेता को टिकट दे सकते हैं तो सवर्णों को सीधे हाथ मिलाने में क्या हर्ज है।

रामजतन सिन्हा ने कहा कि नीतीश राज में लालू राज से ज्यादा भ्रष्टाचार एवं घोटाला हो रहा है। सीएम की प्राथमिकता सूची में शामिल सात निश्चय योजना घोटाला के भेंट चढ़ गई है। गंगा नदी पर बने आधा दर्जन ब्रिज पटना बेली रोड का म्यूजियम से लेकर गांधी मैदान में बना बापू सभागार का एस्टीमेट तिगुना है। जो हजारों करोड़ का घोटाला है। सरकार के एक शिखंडी नेता ने सिंचाई विभाग से 200 करोड़ की फर्जी निकासी की है। सीबीआई जांच होने पर लालू की तरह इन लोगों को भी जेल जाना होगा ।

पूर्व मंत्री ने कहा कि उन्होंने सीएम को दो चिट्ठी भेजकर आगाह किया है । अगर तीसरी चिट्ठी के राज खोल देंगे तो नीतीश भी जेल में होंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने उपयुक्त बातों से संबंधित सीएम को भेजी गई दो चिट्ठी की प्रति भी सार्वजनिक की। और तीसरी चिट्ठी सार्वजनिक करने का समय मांगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह नंद वंश का नाश करने के लिए चाणक्य ने शिखा बांधी थी उसी तरह वे नालंदा के नंद का नाश करने के लिए शिखा बांध निकल पड़े हैं और वह नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल कर ही दम लेंगे।

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