माछ-भात’ भोज की सफलता से परेशान नीतीश ने लगाया मछली बिक्री पर प्रतिबंध : मुकेश सहनी
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में आन्ध्र प्रदेश तथा दुसरे राज्यों की मछली बिक्री बंद करने का सरकार का फैसला निषाद तथा मछुआरा विरोधी है. सरकार के इस फैसले से लाखों बिहार में आन्ध्र प्रदेश तथा दुसरे राज्यों की मछली बिक्री बंद करने का सरकार का फैसला निषाद तथा मछुआरा विरोधी है. सरकार के इस फैसले से लाखों मछुआरा परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. रिवारों पर रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. विकसशील इंसान पार्टी ने प्रतिबंध हटाने के लिए सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था. ऐसा नहीं होने पर पार्टी के दर्जनों पदाधिकारी मंगलवार से पटना के गर्दनीबाग में आमरण अनशन पर बैठे. उक्त बातें पार्टी सुप्रीमो सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी ने अनशन स्थल पर कही.
पार्टी सुप्रीमो ऑफ़ मल्लाह मुकेश सहनी का कहना है कि विकासशील इंसान पार्टी द्वारा बिहार के विभिन्न जिलों में आयोजित किए जा रहे ‘माछ-भात’ भोज की अभूतपूर्व सफलता को देखकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुरी तरह से परेशान हैं. इसी कारण से एक साजिश के तहत बिहार सरकार द्वारा बिहार में आन्ध्र प्रदेश तथा दूसरे राज्यों से आने वाली मछली की बिक्री पर प्रतिबन्ध लगाया गया है. इससे लाखों मछुआरा परिवार के रोजगार तथा रोजी-रोटी पर संकट पैदा हो गया है.
19 जनवरी को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सन ऑफ़ मल्लाह ने सवाल उठाया था कि अगर बिहार तथा अन्य राज्यों की मछली में फॉर्मेलिन पाया गया है तो बिहार की लोकल मछली पर से कैसे प्रतिबंध हटा लिया गया? उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के नेताओं द्वारा मछली पर प्रतिबन्ध लगाकर आन्ध्र प्रदेश की मत्स्य कंपनियों को ब्लैकमेल कर पैसे उगाही करने की कोशिश की जा रही है. साथ ही बिहार में दर्जनों तालाब सरकार के बड़े-बड़े नेताओं के पास है. उनके द्वारा मछलियों को महंगे दाम पर बेचकर मोटा मुनाफा कमाने की साजिश की जा रही है.
सन ऑफ़ मल्लाह ने कहा कि वीआईपी सरकार को मछली बिक्री पर लगाए प्रतिबन्ध को पूरी तरह से हटाने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था. ऐसा नहीं होने पर पटना के गर्दनीबाग में पार्टी के दर्जनों पदाधिकारी आमरण अनशन पर बैठे. ज्ञात हो कि विकासशील इंसान पार्टी द्वारा बिहार में मछली बिक्री पर प्रतिबंध के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया गया था. वीआईपी के विरोध के कारण सरकार को झुकना पड़ा था तथा बिहार की मछलियों की बिक्री पर प्रतिबंध हटाना पड़ा. परन्तु सन ऑफ़ मल्लाह आंध्र प्रदेश सहित अन्य राज्यों से आने वाली मछलियों पर हटाने की मांग कर रहे हैं. पार्टी के पदाधिकारियों के आमरण अनशन पर बैठने से सरकार बैकफुट पर आ गई है.