वेतन पुनर्निर्धारण के आदेश के बाद गुस्से में NIOS प्रशिक्षित शिक्षक.

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सिटी पोस्ट लाइव : टीइटी एसटीइटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक 15-16 मार्च को विधान सभा का घेराव करेगें.वेतन पुनर्निर्धारण के आदेश के बाद शिक्षक संघ गोपगुट के राज्यव्यापी आह्वान पर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर शिक्षकों ने  गुरुवार को प्रतिरोध कार्यक्रम आयोजित किया.पिछले दिनों प्राथमिक शिक्षा निदेशक बिहार सरकार ने उच्च न्यायालय पटना द्वारा जारी न्यायादेश के हवाले से विभागीय आदेश निकालकर 31 मार्च 2019 के बाद प्रशिक्षित शिक्षकों को नवनियुक्त मानते हुए वेतन के पुनर्निर्धारण की बात कही है.

 

संघ के प्रवक्ता अश्विनी पांडेय ने कहा है कि यह केंद्रीय शिक्षा विभाग और राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के मानकों पर ससमय प्रशिक्षित एनआइओएस प्रशिक्षित शिक्षकों के साथ भद्दा मजाक भी है. लिहाजा वेतन पुनर्निर्धारण संबंधी विभागीय आदेश के बाद एनआइओएस प्रशिक्षित शिक्षकों में उबाल चरम पर है। उन्होंने कहा कि सरकार समय रहते अगर सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो आगामी 15-16 मार्च को विधानसभा का घेराव किया जाएगा.

 

एनआइओएस क्षेत्रीय कार्यालय पटना पर प्रदर्शन के दौरान एनआइओएस पदाधिकारियों ने एनआइओएस प्रशिक्षित शिक्षकों के ससमय प्रशिक्षित होने की बात दुहराई है. इस मामले पर क्षेत्रीय कार्यालय ने प्रधान कार्यालय को पत्र लिखकर स्पष्ट दिशानिदेश जारी करने का निवेदन भी किया है. इस मुद्दे पर शिक्षक संघ गोपगुट के प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठक और प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पांडेय ने कहा कि शिक्षा विभाग लगातार टीइटी शिक्षकों के खिलाफ साजिश रचने का कार्य कर रहा है. पहले नियुक्ति की बात करके टीइटी अभ्यर्थियों को नियोजित शिक्षक बनाया गया, फिर वेतनमान देने के समय ग्रेड पे के लिए 2 वर्ष की सेवा की बाध्यता लगा दी गई, फिर न्यायालय के निर्णय के बावजूद विरमण तिथि से प्रशिक्षित वेतनमान दिए जाने के लाभ से वंचित कर दिया गया.

 

इंडेक्स के मामले में भी टीइटी शिक्षको के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए इंडेक्स 3 की बाध्यता लगा कर ठगने का काम किया गया .ताजा मामला एनआइओएस से प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों के वेतन कटौती एवं वेतन पुनर्निधारण का है. लेकिन अब टीइटी शिक्षक अपने साथ लगातार किए जा रहे अन्याय को नहीं सहेंगे. इस क्रम में बिहार के हर कोने से टीइटी शिक्षकों ने जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करके सभी शिक्षकों के एरियर भुगतान आदेश जारी करने की मांग रखी है.

 

संगठन के प्रदेश महासचिव शाकिर इमाम, प्रदेश सचिव नाजीर हुसैन ने कहा कि  सरकार समय रहते अगर सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो आगामी 15-16 मार्च को विधानसभा का घेराव किया जाएगा. एनआइओएस प्रशिक्षित शिक्षकों के परीक्षाफल प्रकाशन की तिथि में संशोधन कराते हुए 31मार्च 2019 से उन्हें प्रशिक्षित माना जाए और वेतन पुनर्निर्धारण के बारे में सोचने की भी गलती न की जाए. एक तरफ स्नातक ग्रेड शिक्षकों के प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति, विरमन तिथि से ग्रेड पे के मसले पर विभागीय चुप्पी दूसरी तरफ 10 वर्षों से सेवारत शिक्षकों को नवनियुक्त मानने की हड़बड़ी दिखा रहे शिक्षा विभाग के दोहरे मानदंड को सूबे के शिक्षक बर्दाश्त नही करनेवाले हैं.

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