JDU अल्पसंख्यक सम्मलेन में मटन-चिकेन बिरयानी की थी व्यवस्था लेकिन नहीं पहुंचे कार्यकर्त्ता
सिटी पोस्ट लाइव : BJP के साथ रहकर भी अपन सेक्यूलर क्रेडेंशियल बचाए रखने के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दावे पर क्या अल्पसंख्यकों का भरोसा अब नहीं रहा ? ये सवाल इसलिए क्योंकि गुरुवार को पटना में आयोजित जेडीयू के अल्पसंख्यक कार्यकर्त्ता सम्मलेन में मुसलमान कार्यकर्त्ता पहुंचे ही नहीं. जेडीयू ने अल्पसंख्यक कार्यकर्त्ता सम्मलेन में आनेवाले मुस्लिम कार्यकर्ताओं के मटन और चिकेन बिरयानी की पूरी व्यवस्था की थी. लेकिन ये मटर बिरयानी खाए अल्पसंख्यक समाज के कार्यकर्त्ता पहुंचे ही नहीं. पटना के एसकेएमसीएच में आयोजित जेडीयू के अल्पसंख्यक कार्यकर्ता सम्मेलन में जो तस्वीर दिखी वो पार्टी के लिए पूरी तरह से निराशाजनक थी.
पटना जिला के अल्पसंख्यक कार्यकर्ता सम्मेलन में आधी से अधिक कुर्सियां खाली रह गईं. इस सम्मेलन में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और आरसीपी सिंह भी मौजूद थे. सम्मेलन के जरिये जेडीयू की कोशिश थी कि अल्पसंख्यकों को रिझाया जाए लेकिन ऐसा हो न सका. अल्पसंख्यक सम्मेलन में आने वाले कार्यकर्ताओं के लिए लजीज व्यंजन बनाए गए थे. मेनू में मटन बिरयानी और चिकेन बिरयानी की व्यवस्था थी फिर भी कार्यकर्ता नहीं पहुंचे. खानसामों के मुताबिक कार्यकर्ताओं की भूख मिटाने के लिए 6 क्विंटल मटन की व्यवस्था की गई थी. 4000 लोगों के खाने की व्यवस्था की गई थी. लेकिन हजार पाच सौ अल्पसंख्यक कार्यकर्त्ता भी नहीं पहुंचे. सम्मलेन की कुर्सियां खाली रह गई. जब कार्यकर्त्ता नहीं पहुंचे तो सम्मलेन में आने वाले लोगों के खाने की व्यवस्था करनेवाले अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खुर्शीद फिरोज अहमद गुस्से से लाल हो गए.सभा के दौरान हॉल की खाली कुर्सियां देख मंत्री जी कार्यक्रम के आयोजक पर भड़क गए.