सिटी पोस्ट लाइव: गया नगर निगम कोविड-19 से निपटने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. वहीं अब कोरोना काल में गया नगर निगम ने मृतकों के परिजनों को राहत दी है. अब कोरोना से मरे लोगों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियों से लेकर कफ़न सहित दाह संस्कार के सभी अन्य सामाग्री अब मृतक के परिजनों को नहीं देना होगा क्योंकि सारा खर्च अब गया नगर निगम दे रहा है. इसी क्रम में गया नगर निगम के मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, डिप्टी मेयर अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, नगर आयुक्त सावन कुमार विष्णु श्मशान घाट पहुंचे.
जहां सभी ने कंट्रोल रूम का जायजा लिया. उसके बाद उन्होंने विष्णु श्मशान घाट का मुआयना किया. कोविड के मृतकों के परिजनों से मिल निःशुल्क दाह संस्कार के बारे में जानकारी ली. बताते चलें कि इससे पहले अंतिम संस्कार के लिए अधिक पैसे लगते थे. लेकिन, निगम ने सभी समानों के तय राशि लागू कर नि:शुल्क कर दिया गया है. इसके लिए कंट्रोल रूम की व्यवस्था की है. साथ ही विष्णु श्मशान घाट पर नगर निगम के कर्मियों की तैनाती भी की गई है.
गया नगर निगम ने विष्णुपद स्थित कूपी पिंड बेदी के करीब एक काउंटर खोला है. यह काउंटर श्मशान घाट जानेवाले रास्ते में ही पड़ता है. इस काउंटर पर कोरोना से हुई मौत का सर्टिफिकेट प्रस्तुत करते ही निगम कर्मी दो मजदूर अपनी तरफ से दे रहे हैं. यही नहीं, चिता सजाने के लिए भी नगर निगम की ओर से नौ मन की लकड़ी नि: शुल्क दी जा रही है. इसके अलावा हुमाद, कपूर, पुआल, देवदार, घी, अगरबत्ती गुल्ली और पितांबरी भी निगम मुफ्त में मुहैया करा रही है.
इस बारे में डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि, कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट और कब्रिस्तान में नि:शुल्क अंतिम संस्कार कराया जा रहा है. अंतिम संस्कार में निगम नौ हजार रुपए खर्च कर रहा है. वहीं मैयत के कफ़न-दफन हेतु समानों के लिए 8850 रुपया सारा खर्च नगर निगम उठा रहा है. उन्होंने बताया कि इस संकट की घड़ी में गया नगर निगम परिवार की तरह आपके साथ है. वहीं दाह संस्कार के लिए मृतक के परिजन सुशील कुमार ने बताया कि मानपुर पटवा टोली के रहने वाले राजू कुमार की मृत्यु कोविड संक्रमित से हो गई. यहां दाह संस्कार के लिए लाया गया, तो गया नगर निगम पहल से अंतिम संस्कार के लिए नौ मन लकड़ी सहित सभी सामग्री निःशुल्क दिए गयें. उन्होंने कहा इस दुःख की घड़ी में नगर निगम परिवार की तरह साथ दे रहा है.
गया से जीतेन्द्र कुमार की रिपोर्ट