5 लाख की योजना गटक गए मुखिया जी, अब शराब और पैसों का लोभ देकर मांग रहे वोट, आक्रोशित ग्रामीणों ने खदेड़ा

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सिटी पोस्ट लाइव: बिहार में जल्द ही पंचायत चुनाव होने वाले हैं. इस बीच प्रत्याशी जनसमर्थन जुटाने के लिए अपने इलाकों में पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में खबर शेखपुरा जिले सामने आ रही है जहां, प्रचार करने पहुंचे मुखिया को ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं के नारो के साथ खदेड़ कर भगा दिया. यह मामला शेखोपुरसराय प्रखंड के पनयपुर पांचायत का है जहां के मुखिया पिंटू रविदास हैं. दरअसल, वे पांच लाख की योजना गटक गए और अब वे गांव पहुंच कर शराब और रुपयों के बल पर वोट खरीदने का प्रयास कर रहे है.

लेकिन, इन्हें कौन समझाए की जनता अब जागरूक हो चुकी है. पनयपुर के ग्रामीण के अनुसार गांव में विकास जीरो बटा शून्य है. ऐसे में ग्रामीण उन्हें गांव से उन्हें क्यों न खदेड़े. दरअसल, शेखपुरा जिले के शेखोपुरसराय प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत पनयपुर पंचायत के पनयपुर गांव में न ही सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट हर घर जल का नल है और न ही नली गली योजना के सड़क का नजारा. पूरे गांव की जनता सरकार की पोल खोल रही है और यहां के मुखिया पिंटू रविदास आज भी ग्रामीणों को बेवकुफ़ बना कर इस शराबबंदी में एक बोतल शराब और पांच सौ रुपयों पर वोट खरीदने का प्रयास लगातार कर रहे हैं. साथ ही अपनी जीत की दावेदारी भी ठोक रहे है. ऐसे में मुखिया को दबंग कहा जाय या ग्रामीणों को बेचारा समझना मुश्किल है.

ग्रामीण बताते है मुखिया जी के द्वारा गांव में कोई विकास नहीं किया गया है, लेकिन एक बोतल शराब और चंद रुपयों पर गांव के ही कुछ लोगों की मुखिया से मिली भगत होने के कारण वोट खरीदने का प्रयास किया जा रहा है, इसलिए ग्रामीणों ने इस बार अलग ही मूड बना लिया है और सड़क पर काला झंडा और जूतों की माला लगा दिया है ताकि मुखिया जी के सम्मान में इसका इस्तेमाल किया जा सके. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने इस बार मूड बना लिया है कि अगर गांव में रोड नहीं तो जनप्रतिनिधियो को वोट नही नारों के साथ वे इस पंचायत चुनाव में वोट बहिष्कार भी करेंगे.

वहीं, स्थानीय वार्ड सदस्य निर्मला देवी का मुखिया पर आरोप है कि पांच लाख रुपया योजना के लिए आया है जिसमें नली निर्माण के लिए एक लाख रुपया मुखिया जी के द्वारा दिया गया. जिससे कुछ दूरी तक नाली निर्माण कराया गया लेकिन फिर मुखिया पिंटू रविदास के द्वारा डेढ़ लाख का कमीशन मांगा गया जिसकी वजह से काम बंद है. ग्रामीणों की नाराजगी का आलम यह है कि वोट मांगने गांव पहुंचे पूर्व मुखिया अनिल सिंह और पिंटू रविदास से जब ग्रामीणों ने सवाल पूछा तो कमिंशन खोरी का आरोप वीडियो पर भी पूर्व मुखिया अनिल सिंह ने लगा दिया.

लेकिन, ग्रामीणों की नाराजगी का कहर उन्हें झेलना पड़ा और ग्रामीणों ने पिंटू मुखिया और उनके समर्थक पूर्व मुखिया अनिल सिंह को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वाइरल हो रहा है. वहीं, जिला परिषद शेखोपुरसराय से 20 साल से चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रही प्रेनिता कुमारी वोट मांगने पनयपुर गांव पहुची जिला परिषद उम्मीदबार प्रेनिता कुमारी ने कहा कि अगर गांव में विकास नहीं हुआ है तो इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि ही जिम्मेवार है अगर ग्रामीण हमें मौका देते है तो गांव की तस्वीर बदल जायेगी.

बहरहाल, बिहार में बहार है और नीतीश कुमार की सरकार है और इस सरकार में शराबबंदी है. लेकिन, फिर भी शराब देकर वोट लेने की प्रक्रिया आज भी जारी है ऐसे में सरकार की नींद कब खुलेगी और रुपया और शराब देकर वोट मांगना और कमिंशन का खेल कब बन्द होगा देखना लाजमी होगा. बहरहाल, जरूरत है कि बेलाव पंचायत के मुखिया पिंटू रविदास पर प्रशासन शक्ति से जांच करे और उचित कार्रवाई करे ताकि फिर से पांच वर्ष तक विकास की मार से पनयपुर को बचाया जा सके.

शेखपुरा से धीरज सिन्हा की रिपोर्ट

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