मुजफ्फरपुर में कोरोना का कहर आधा दर्जन से अधिक हुए चिकित्सक संक्रमण के शिकार

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : मुजफ्फरपुर में कोरोना पॉजिटिव के लगातार मिल रहे मरीजों की संख्या के बीच अब आधा दर्जन से अधिक डॉक्टर मरीजों के साथ ही कई नर्स व स्टाफ कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं । बताया गया है कि सभी चिकित्सक पॉजिटिव होने के बाद भी लोगों का इलाज करते रहे.  इलाज के दस दिनों के बाद  रिपोर्ट में कई मेडिकल स्टाफ और नर्सेस भी पॉजिटिव हुई है. इसके बाद अब प्रसाशन ने शहर के तीन निजी अस्पतालों को सील किया है साथ ही ओपीडी और महिला वार्ड सेवा बंद कर दिया है.

जानकारी `मुजफ्फरपुर में कोविड 19 से ही संक्रमण के ही शिकार 7 डॉक्टरों और वहीं कई पैरामेडिकल स्टाफ लगातार दस दिनों तक अस्पताल के मरीजों का इलाज करते रहे ये ही इसका खुलासा तक हुआ जब मुजफ्फरपुर जिला में एक साथ 54 और अगले दिन 32 पॉजिटिव केस सामने आए। बता दें कि इस रिपोर्ट में भी शहर के कई प्रख्यात डॉक्टर और उनके पैरामेडिकल स्टाफ शामिल थे वही इस रिपोर्ट के मिलने के बाद जिला प्रसाशन के हाथ पांव फूल गए तो आनन फानन में शहर के तीन निजी अस्पताल को सील कर दिया गया है साथ ही अब इन डॉक्टरों द्वारा इलाज किये गए मरीजों और डॉक्टर के अन्य क्लोज कांटेक्ट के लोगों की खोज करने के साथ ही उनका सैम्पल लेने का आदेस दिया गया है जो कि टेढ़ी खीर है।

इस मामले में जिलाधिकारी डॉ चंद्रेशेखर सिंह ने बताया कि एक साथ 54 से अधिक मरीज मिलने का कारण बैकलॉग है जो 20 से 24 जून तक दिए गए सैम्पल का रिपोर्ट जुलाई में आया है अब ये उनलोगों के सैम्पल दिए दस दिन बीत चुके हैं इसलिए ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नही है और हम उन डॉक्टरों के क्लोज कांटेक्ट और उन मरीजों का पता लगाकर सौ प्रतिसत सैम्पल लेंगे साथ ही कुछ अस्पतालों को सील किया गया है और डॉक्टर को भी होम क्वेरेन्टीन में रहने को कहा गया है।

अब सबसे बड़ा सवाल उठता है कि शहर के ये अधिकांश डॉकटर अपना निजी क्लीनिक चलाते हैं और उनके यहां आनेवाले मरीजों का कोई प्रॉपर रिकॉर्ड नही रहता कुछ डॉक्टर अस्पताल से लौटने के बाद रात 12 बजे तक सौ से अधिक नए और इसके अलावा पुराने मरीज देखते हैं क्या संभव है कि अब पॉजिटिव आये सभी डॉक्टर द्वारा इलाज किये गए हुए इन सभी मरीज को खोज लिया जाएगा? जब इतने डॉक्टर ने अपना सैम्पल दे रखा था तो फिर उन्हें रिपोर्ट आने तक क्वेरेन्टीन क्यों नही किया गया अब इस खबर के आने के बाद उन सभी लोगों के मन मे संसय पैदा हो गया है, जिन्होंने इन डॉक्टरों के निर्देशन में अपना इलाज करवाया था ।

हालांकि डीएम ने अब भी सभी जिलावशियों से अपील की है कि जबतक जरूरत नही हो शहर में न घूमे हमेशा मास्क का उपयोग करें साथ ही घबराने की कोई भी नही बात किया जाने की बात कही है।

Share This Article