अब 2295 रुपये वेतन पाने वाले डाक सेवक को 10 हजार रुपये और 2745 रुपये वेतन पाने वाले जीडीएस का वेतन 12000 रुपये हो जाएगा. इसी प्रकार 4115 रुपये वेतन पाने वाले जेडीएस अब 14500 रुपये वेतन हासिल करेंगे. इससे चालू वित्तीय वर्ष में सरकारी खजाने पर लगभग 1258 करोड़ रुपये का सालाना बोझ पड़ेगा.
सीटी पोस्ट लाईव ; केंद्र सरकार ने अपने तीन लाख से ज्यादा कर्मचारियों के वेतन में तीन से पांच गुना ईजाफा कर दिया है.अब 2295 रुपये वेतन पाने वाले डाक सेवक को 10 हजार रुपये और 2745 रुपये वेतन पाने वाले जीडीएस का वेतन 12000 रुपये हो जाएगा. इसी प्रकार 4115 रुपये वेतन पाने वाले जेडीएस अब 14500 रुपये वेतन हासिल करेंगे. इससे चालू वित्तीय वर्ष में सरकारी खजाने पर लगभग 1258 करोड़ रुपये का सालाना बोझ पड़ेगा.
सबसे ज्यादा बढ़ोतरी ग्रामीण डाकसेवकों के वेतन में हुआ है.इनको अब 10,000 रुपये से लेकर 14,500 रुपये तक मासिक वेतन मिलेगा.सरकार ने मूल वेतन में पांच गुना तक बढ़ोतरी करके तीन लाख से ज्यादा जीडीएस कर्मचारिओं को चुनाव से पहले एक बड़ा तोहफा दिया है. नए वेतनमान 1 जनवरी, 2016 से प्रभावी होंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में संचार मंत्रालय के इस आशय के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी गई है .अभी तक ग्रामीण डाकसेवकों को 2295 रुपये से लेकर 4115 रुपये तक का वेतन मिलता रहा है.संचार मंत्री मनोज सिन्हा के अनुसार यह ऐतिहासिक फैसला है . बीपीएम को पहले स्तर के लिए 12,000 रुपये तथा दूसरे स्तर के लिए 14,500 रुपये वेतन मिलेगा. जबकि एबीपीएम अथवा डाक सेवकों को पहले स्तर के लिए 10,000 रुपये तथा दूसरे स्तर के लिए 12,000 रुपये प्राप्त होंगे. महंगाई भत्ता पहले की भांति पृथक कंपोनेंट के रूप में मिलेगा और केंद्रीय कर्मचारियों के अनुसार इसमें बढ़ोतरी होगी.
सरकार ने नई स्कीम आने तक जीडीएस को देय अनुग्रह बोनस की गणना 7000 रुपये के मूल टीआरसीए प्लस डीए के रूप में करने की परिपाटी को बरकरार रखने का निर्णय भी लिया है. जीडीएस को एरियर का एकमुश्त भुगतान किया जाएगा. एरियर की गणना पुराने बेसिक टीआरसीए में 2.57 गुना बढ़ोतरी करके की जाएगी.