सिटी पोस्ट लाइव :. बिहार में जारी लॉकडाउन (Lockdown) के कारण कारोबार को भरी नुकशान पहुंचा है. ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के बिहार कन्वेनर अशोक कुमार वर्मा के अनुसार स्वर्ण व्यवसायियों की हालत काफी दयनीय हो गई है. लॉकडाउन में लंबे समय से दुकानें बंद हैं. सभी प्रमुख त्यौहार जैसे अक्षय तृतीया, ईद, लग्न का सीजन सब निकल गया लेकिन सभी की सभी दुकानें बंद रही हैं.स्वर्ण व्यवसायियों की हालत काफी खस्ता हो गई है. केवल बिहार की राजस्थानी पटना (Patna) की बात करें तो यहां करीब 10 हजार छोटे और बड़े स्वर्ण व्यवसायी हैं. लॉकडाउन के कारण राजधानी पटना के स्वर्ण व्यवसायियों (Jewelers) को करीब डेढ़ सौ करोड़ का नुकसान हुआ है.
गुरुवार से सप्ताह में 3 दिन दुकानें खोलने की इजाजत दी गई है. लॉकडाउन के कारण घाटा झेल रहे स्वर्ण व्यवसायियों ने खुद को फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा देने की मांग की है क्योंकि जब भी राज्य या देश में कोई आपदा आती है तो व्यापारी सरकार के साथ खड़े रहते हैं.व्यापारियों का कहना है कि इस बार भी सभी जरूरी सेवाओं को चालू रखने में व्यापारियों ने सरकार का साथ दिया है. सरकार को हमारे बारे में भी कुछ सोचना चाहिए और हमें भी फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा देना चाहिए. मालूम हो कि बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने 5 मई से ही लॉकडाउन लगाया था, जो अब तक जारी है.