राजनीति में लोजपा एक सशक्त विकल्प, परिवारवाद से पार्टी को बाहर निकालने की कोशिश

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : अक्सर लोजपा पर वंशवाद को बढ़ावा देने का इल्जाम लगते रहे हैं। कुछ हद तक पासवान जाति के लोगों के कोमल मन में भी इसके प्रति आक्रोश पनपने लगा था। हालांकि परिवारवाद से कोई दल अछूता नहीं। लेकिन जिस दृढ़ संकल्प और मजबूत इरादों के साथ लोजपा सुप्रीमों चिराग पासवान राजनीति कर रहे हैं, उससे यह साबित होता है कि अब राजनीति में लोजपा एक सशक्त विकल्प बनेगा।

चिराग पासवान ने वंशवाद की तोहमत को एक झटके में दरकिनार करते हुए जिस तरह पासवान जाति के एक गरीब के बेटा संजय कुमार पासवान को पार्टी में बड़ा ओहदा देते हुए बिहार लोजपा का प्रधान महासचिव नियुक्त किया। वह काबिले तारीफ़ है। जिसकी चौतरफा भूरी भूरी प्रशंसा हो रही है। संजय कुमार पासवान का पार्टी में बढ़ते कद गरीब वर्गों को खूब रास आ रही है और लोग चिराग पासवान को दुआएं देते हुए संजय के रूप मे लोग नये चिराग की झलक देख रहे हैं। सौरभ पांडेय की रणनीति और चिराग पासवान की नई सोच को लोग खूब सराह भी रहें हैं।

रोहतास जिले के डेहरी प्रखंड के सुअरा गांव में आयोजित पासवान जाति के बैठक में लोगों ने संजय कुमार पासवान को लोजपा का प्रधान महासचिव नियुक्त किए जाने पर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी व्यक्त की और कहा कि चिराग पासवान ने जिस बहादुरी के साथ अन्याय के खिलाफ बिहार में आवाज बुलंद की। उससे समाज के नजरों में चिराग पासवान का कद और बढ़ा है।और अब वंशवाद के तोहमत को दरकिनार कर जिस नई सोच के साथ गरीब पासवान के लोगों को आंगे बढ़ा रहे हैं, वह भारतीय राजनीति को एक नई दिशा देगी।

लोजपा नेता विकास पासवान की अध्यक्षता में हुईं इस बैठक में पासवान चेतना मंच रोहतास के स॔स्थापक सदस्य मुरली पासवान,मुखिया शीववचन पासवान,जनार्दन पासवान, शंकर पासवान, मिथिलेश पासवान, बिनोद पासवान, मनोज पासवान, देवदार पासवान, सुधीर पासवान, धर्मेन्द्र पासवान, अनिल पासवान, ललन पासवान, सोनू पासवान, दीनानाथ पासवान, विश्वनाथ पासवान, सत्येन्द्र पासवान, आदित्य पासवान, अमर पासवान,अजय पासवान भेडिया सहित पासवान समुदाय के कई लोग उपस्थित थे।

रोहतास से विकाश चन्दन की रिपोर्ट

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