साथ बैठे BJP-JDU के नेता लेकिन एक नहीं दिखे ,दिखी केवल तल्खी

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साथ बैठे BJP-JDU के नेता लेकिन एक नहीं दिखे ,दिखी केवल तल्खी

सिटी पोस्ट लाइव : “एनडीए में ‘ऑल इज वेल’  है ये दिखाने के लिए आज लोक जनशक्ति पार्टी की इफ्तार पार्टी में गठबंधन के दिग्गज नेताओं का जमावड़ा हुआ. पटना स्थित एलजेपी पार्टी दफ्तर में आयोजित इस इफ्तार पार्टी में राज्यपाल लाल जी टंडन, सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील कुमार समेत कई मंत्री, सांसद और विधायक भी शामिल हुए. लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने एनडीए में ‘टूट’ होने की आशंका को खारिज करने के लिए मीडिया के सामने सुशील कुमार मोदी और नीतीश कुमार के साथ खड़ा होकर तस्वीर भी खिंचवाई.पासवान के सांसद बेटे चिराग पासवान ने कहा कि जबतक उनके पिता हैं एनडीए एकजुट है क्योंकि वो सेमेंटिंग का काम करते हैं.

इस दावत में मंत्री विनोद नारायण झा, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारून रशीद, BJP सांसद रामकृपाल यादव और नंदकिशोर यादव भी मौजूद रहे. गौरतलब है कि मोदी कैबिनेट में सांकेतिक भागीदारी की बात से नाराज  जेडीयू के किसी नेता ने रविवार को आयोजित बीजेपी की इफ्तार पार्टी शिरकत नहीं की थी. जेडीयू की इफ्तार पार्टी में भी बीजेपी का कोई नेता नहीं पहुंचा था.वैसे भी जेडीयू के नेता केसी त्यागी कह चुके हैं कि भविष्य में भी उनकी पार्टी सरकार में शामिल नहीं होगी.

दोनों पार्टी के नेता जब एक दुसरे की ईफ्तार पार्टी में शामिल नहीं हुए तो तल्खी खुलकर सामने आ गई. हालांकि, उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इफ्तार का कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकालना चाहिए.उन्होंने कहा कि  यह (इफ्तार पार्टी) मूलरूप से धार्मिक आयोजन है. आरजेडी-बीजेपी-जेडीयू की ओर से एक साथ आयोजन होने से असुविधा हुई. आज एनडीए के बीच जारी इसी घमाशान की खबर को खारिज करने के लिए एलजेपी की ईफ्तार पार्टी में बीजेपी और जेडीयू दोनों दलों के नेताओं का जुटान हुआ. दोनों दलों के नेता एक घेरे में तो नजर आये लेकिन उनके बीच की दूरियां यहाँ भी छुप नहीं सकी. अक्सर नीतीश कुमार के साथ बैठनेवाले बीजेपी के नेता सुशिल कुमार मोदी अलग बैठे दिखे. नीतीश कुमार अपनी पार्टी के नेता विधान सभा अध्यक्ष के साथ बैठे. यानी एकसाथ दोनों दल के नेता बैठे दिखे जरुर लेकिन उनके बीच की दूरियां साफ़ देखने को मिलीं.चिराग पासवान अपने पिता के साथ कभी नीतीश कुमार के साथ तो कभी सुशिल मोदी के साथ बैठकर समेंटिंग का काम करते दिखे. लेकिन रामविलास पासवान और चिराग पासवान की लाख कोशिशों के वावजूद बीजेपी और जेडीयू के बीच की तल्खी नहीं छुप सकी.

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