सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुजफ्फरपुर के सरकारी महिला अल्पावास में 41 लड़कियों के साथ हुए दुष्कर्म की वारदात ने कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी है. इतना ही नहीं आये-दिन हत्याओं ने पुलिस प्रशासन के मुंह पर भी तमाचा जड़ा है.अपराधी खुलेआम किसी भी व्यक्ति को बिना डर भय के गोलियों से छलनी कर निकल जाते हैं और पुलिस को चुनौती देते हैं, कि दम है तो पकड़कर दिखाओ. लेकिन बेचारी पुलिस बस शराब और शराब पिने वालों की सुराग ढूंढने में लगी रहती है. बता दें बिहार के लॉ एंड ऑर्डर पर एक बार फिर सवाल उठे हैं. ये सवाल कोई और नहीं NDA गठबंधन के घटक दल में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी ने उठाया है. लोजपा ने सीएम नीतीश कुमार को कानून व्यवस्था के मसले पर कटघरे में खड़ा किया है. सोमवार को लोजपा सांसद चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार सुशासन के लिए जाने जाते रहे हैं लेकिन बिहार में अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं और महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं भी हो रही है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह की घटना तो बेहद शर्मनाक है. नीतीश कुमार को सुशासन को लेकर तत्परता दिखाने की जरूरत है. ताकि बिहार में कानून व्यवस्था बनी रहे.
बता दें हाल के दिनों में लोजपा नेता रामविलास पासवान और नीतीश के रिश्तों भाजपा सांसद छेदी पासवान भी बिहार में ख़राब होते लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल खड़े किये थे. उन्होंने कहा था कि अधिकारी लूट मचाये हुए हैं तथा शिक्षा और स्वास्थ्य की भी स्थिति चौपट हो चुकी है. उन्होंने बिहार सरकार के कार्यकलापों पर सवाल खड़े किये तथा कहा कि आज स्थिति ये हो गयी है कि गरीब आदमी अगर थानों में जाता है तो उनके केस भी दर्ज नहीं हो पाते हैं. अपराधियों के मन से पुलिस का भय समाप्त होता जा रहा है. भाजपा सांसद ने बिहार के स्कूली शिक्षा को चौपट करार दिया तथा कहा था कि सरकार ने बच्चों को भिखमंगा बना दिया है. ऐसे में अब चिराग का यह बड़ा बयान कहीं न कहीं सीएम नीतीश को कठघरे में खड़ा कर रहा है. गौरतलब है कि बिहार के मुजफ्फरपुर के सरकारी महिला अल्पावास में 41 लड़कियों के साथ हुए दुष्कर्म की घटना ने न सिर्फ कानून व्यवस्था बल्कि नीतीश कुमार की सुशासन की बात को झूठलाती है.