सिटी पोस्ट लाइव : बक्सर में किसानों पर पुलिस की बर्बर कारवाई को लेकर बिहार की सियासत गरमा गई है. देर रात घर में घुसकर महिलाओं और बच्चों की पुलिस के द्वारा की गई पिटाई पर बीजेपी ने सरकार पर हमला बोला है..पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Modi) ने पटना में सचिवालय सहायक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज और अब बक्सर (Buxar Protest) में किसान परिवार की महिलाओं के घर में घुस कर पिटाई करने की पुलिस बर्बरता की निंदा की है.उन्होंने नीतीश सरकार को लाठीमार सरकार की संज्ञा दी है.उन्होंने लिखा है- “लाठीमार सरकार है, बिहार में नीतीसे कुमार हैं.”
सुशील मोदी ने कहा कि अब नीतीश कुमार (Nitish Kumar) उन लोगों के साथ हैं, जो लाठी में तेल पिलाने की अपील करते थे.उनकी भाषा और शासन शैली, दोनों लट्ठमार हो गई है.उन्होंने कहा कि सीएम को पटना में लाठीचार्ज की जानकारी नहीं थी और डिप्टी सीएम बक्सर की घटना से अनभिज्ञ बता रहे हैं . बक्सर के किसानों की यह मांग जायज है कि चौसा में बनने वाले बिजली घर के लिए जमीन का मुआवजा 2013-14 की बाजार दर के बजाय वर्तमान दर पर दिया जाना चाहिए.उन्होंने कहा कि किसान पिछले तीन महीनों से अपनी मुआवजा संबंधी मांग के समाधान के लिए आंदोलन कर रहे थे, लेकिन वास्तविक समाधान करने के बजाय मुख्यमंत्री फर्जी “समाधान यात्रा” पर निकल गए.
सुशील मोदी मोदी ने कहा कि जब सरकार की संवेदनहीनता पर किसानों का गुस्सा फूटा, तो आंदोलनकारियों से झड़प हुई. क्या इतनी-सी बात पर पुलिस को सर्दी की रात में महिलाओं पर हमला करना चाहिए था? वे क्या अपराधी या नक्सली थीं? क्या ललन सिंह इस बर्बरता को भी जायज ठहरायेंगे?घटना के बाद सुशील कुमार मोदी ने बक्सर के किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसानों को अब संयम और शांति से काम लेना चाहिए .हिंसा-आक्रोश से किसी समस्या का समाधान नहीं होता। सरकार को भी तुरंत किसानों से बात करनी चाहिए .