मेरी वजह से छठ को मिली इंटरनेशनल पहचान : लालू यादव
सिटी पोस्ट लाइव : इस साल आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के घर छठ पूजा नहीं हो रहा है.उनके घर पर सन्नाटा पसरा है. लेकिन रांची रिम्स से लालू यादव ने छठ पूजा पर ट्विट कर प्रदेशवासियों को बधाई दी है. लालू यादव ने छठ पूजा पर बहुत लम्बा चौड़ा tweet किया है. उन्होंने ट्विट किया कहा- विश्व के सबसे बड़े पूर्ण रूप से इको-फ्रेंडली, समतावादी एवं समाजवादी सोच के प्रतीक लोक आस्था के महापर्व छठपूजा की हार्दिक शुभकामनाएं अपने आप में यह पर्व विशिष्ट है. इसमें किसी पंडित या पुरोहित की आवश्यकता नहीं होती. छठ मे इस्तेमाल होने वाली सभी वस्तुएं और सामग्री नेचुरल होती है.
असंख्यक लोगों ने बधाई देते हुए कई बार कहा कि हमारी वजह से इस पर्व को राष्ट्रीय ही नहीं अपितु अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली।ऐसे शुभचिंतकों को मैं इतना कहना चाहता हूँ कि जो कुछ है वो सब आपकी बदौलत है।
छठ मैया आपकी मनोकामना पूर्ण कर आपके जीवन में सुख,शांति, समृद्धि, प्रेम और बरकत दें।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 13, 2018
छठ पूजा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री हर आय वर्ग के अप्रोच में होती है और यही इसकी विशेषता है. इसमें किसी प्रकार की आधुनिकता का भौंडा प्रदर्शन नहीं होता. नदियों और तालाबों में अर्घ्य के बाद जो भी चीजें डाली जाती हैं, वह धीरे-धीरे पानी में गल जाती है और इससे कोई नुकसान नहीं होता.
छठ पूजा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री हर आय वर्ग के अप्रोच में होती है और यही इसकी विशेषता है। इसमें किसी प्रकार की आधुनिकता का भौंडा प्रदर्शन नहीं होता। नदियों और तालाबों में अर्घ्य के बाद जो भी चीजें डाली जाती हैं, वह धीरे-धीरे पानी में गल जाती है और इससे कोई नुकसान नहीं होता।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 13, 2018
छठ पूजा पर गाए जाने वाले लोकगीतों में स्त्री व्यक्तित्व की प्रधानता, समानता, सामाजिक समरसता, प्रकृति संरक्षण और जैव विविधता के कई संदेश हैं. मुझे लोक गीतों का सुनना अच्छा लगता है और इनका अपना विशिष्ट स्थान है.
छठ पूजा पर गाए जाने वाले लोकगीतों में स्त्री व्यक्तित्व की प्रधानता, समानता, सामाजिक समरसता, प्रकृति संरक्षण और जैव विविधता के कई संदेश हैं। मुझे लोक गीतों का सुनना अच्छा लगता है और इनका अपना विशिष्ट स्थान है|
छठ की परंपरा और उसके महत्व को बताने वाली अनेक लोक कथाएं प्रचलित है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 13, 2018
असंख्यक लोगों ने बधाई देते हुए कई बार कहा कि हमारी वजह से इस पर्व को राष्ट्रीय ही नहीं अपितु अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली. ऐसे शुभचिंतकों को मैं इतना कहना चाहता हूं कि जो कुछ है वो सब आपकी बदौलत है.
विश्व के सबसे बड़े पूर्ण रूप से इको-फ्रेंडली, समतावादी एवं समाजवादी सोच के प्रतीक लोक आस्था के महापर्व #छठपूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ।
अपने आप में यह पर्व विशिष्ट है।इसमें किसी पंडित या पुरोहित की आवश्यकता नहीं होती। छठ मे इस्तेमाल होने वाली सभी वस्तुएं और सामग्री नेचुरल होती है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 13, 2018
गौरतलब है कि चारा घोटाले में सजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो का रांची रिम्स होस्प्तल में ईलाज चल रहा है. उनकी तबियत खराब है. राबडी देबी भी अस्वस्थ हैं. उनके घर पर इस वजह से छठ पूजा नहीं हो प् रहा है. छठ पूजा के मौके पर पुरे देश की नजर लालू- राबडी आवास पर टिकी रहती थी.