सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की सियासत से इस वक्त सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। लालू परिवार की बहू सीएम नीतीश कुमार के लिए वोट मांगने चुनाव मैदान में उतर गयी हैं।
जी हां बिहार की सियासत में लालू परिवार की बहू और तेजप्रताप .यादव की पत्नी की एंट्री हो गयी है। ऐश्वर्या राय आज नीतीश कुमार के मंच पर पहली बार अवतरित हुई। ऐश्वर्या राय ने लालू परिवार के खिलाफ वोट मांगे। ऐश्वर्या ने मंच से नीतीश कुमार को फिर से बिहार का सीएम बनाने की अपील की है।
दरअसल सारण जिले के परसा विधानसभा सीट पर ऐश्वर्या राय अपने पिता के लिए वोट मांगने पहुंची। इस दौरान उन्होनें सीएम नीतीश कुमार का अभिनंदन किया, पिता चंद्रिका राय को भी प्रणाम किया और कहा कि मैं अपने पिता के लिए वोट मांगने आयी हूं ताकि उनको जिता कर नीतीश कुमार को फिर से बिहार का सीएम बना सकें।
लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के चुनाव मैदान में उतरने से अब मामला दिलचस्प होता दिख रहा है। जैसा कि माना जा रहा था कि लालू परिवार के खिलाफ जेडीयू उन्हें हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर सकती है तो अब ये भी हो सकता है कि ऐश्वर्या राय तेजप्रताप और तेजस्वी यादव के खिलाफ भी सीएम नीतीश कुमार के लिए वोट मांगती नजर आएं।बता दें कि ऐश्वर्या राय के पति तेजप्रताप यादव वैशाली की महुआ सीट छोड़ कर समस्तीपुर के हसनपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि उनके देवर और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव वैशाली जिले के राघोपुर से चुनाव लड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि ऐश्वर्या राय और तेजप्रताप यादव के बीच तलाक का केस चल रहा है। 12 मई 2018 में ऐश्वर्या और तेज प्रताप की शादी शाही अंदाज में हुई थी। राबड़ी देवी ने पढ़ी-लिखी और सुंदर बहू के रूप में ऐश्वर्या को चुना था। ऐश्वर्या को अपनी बहू बनाने पर लालू यादव भी काफी खुश थे। पटना में काफी धूमधाम से यह शादी हुई थी, जिसमें देशभर आम से खास लोग पहुंचे थे। मगर कुछ ही महीनों के बाद यह शादी कोर्ट में तलाक तक पहुंच गई। 1 नवंबर 2018 को तेजप्रताप अचानक पटना के फैमिली कोर्ट पहुंचे और तलाक का अर्जी दे डाली। तेजप्रताप के इस फैसले से लालू परिवार की साख हिल गई। यह खबर आग की तरह राजनीतिक गलियारों के साथ-साथ आम जनता तक फैल गई। सभी तेजप्रताप के इस फैसले से हैरान रह गए।
माना जाता है कि तेजप्रताप और ऐश्वर्या की यह शादी बेमेल थी और दोनों ही उससे नापसंद थे। ऐश्वर्या दिल्ली में रहीं और विदेशों में पढ़ी आधुनिक विचारों वाली लड़की हैं। जबकि तेजप्रताप यादव पटना में पले-बढ़े हैं। दोनों का कोई मेल ही नहीं था। दोनों विचार और रहन-सहन एक-दूसरे से नहीं मिलते। तेजप्रताप और ऐश्वर्या की आदतें और पसंद भी अलग-अलग हैं। लेकिन दो राजनीतिक परिवारों के पसंद के चलते यह शादी हुई। क्योंकि ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय लालू यादव के काफी करीबी माने जाते थे और राबड़ी देवी भी ऐश्वर्या को पसंद करती थीं।
वैसे तेजप्रताप यादव बचपन से मूडियल किस्म के रहे हैं। ऐसे में लालू परिवार को लगा कि कुछ समय बाद सब ठीक हो जाएगा और तेजप्रताप अपने फैसले को वापस ले लेंगे। मगर इसके बाद तेजप्रताप-ऐश्वर्या के प्यार और लालू परिवार में लड़ाई की खाई गहरी होती चली गई। मां राबडी ने तेजप्रताप को समझाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन उन पर कोई असर नहीं पड़ा। हालांकि इसके बावजूद ऐश्वर्या अपने ससुराल में ही रह रही थीं। एक दिन ऐश्वर्या अचानक रोते हुए राबड़ी के घर से अकेली निकलीं और अपने मायके चली गईं। ऐश्वर्या ने सास राबड़ी देवी पर ससुराल से निकालने का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने पति तेज प्रताप के साथ उनके तनावपूर्ण संबंध के लिए भी मीसा को जिम्मेदार ठहराया था।
इस बीच तेजप्रताप ने अपना घर छोड़ दिया और अलग रहने लगे थे। उन्होंने अपने निजी जीवन में किसी के भी हस्तक्षेप करने से साफ मना कर दिया था। समय बीतता गया तो ऐश्वर्या और राबड़ी देवी के बीच गुस्सा भी कम होता गया। आखिरकार कुछ समय बाद राबड़ी देवी ने बहू ऐश्वर्या के लिए अपने घर का दरवाजा खोल दिया। हाईवोल्टेज ड्रामा के बाद ऐश्वर्या अपने ससुराल में प्रवेश कर सकी। लालू परिवार में यह लड़ाई ज्यादा दिन तक शांत नहीं रह सकी।
लालू प्रसाद का परिवार एक बार फिर पारिवारिक विवाद को लेकर सुर्खियों आया जब पत्नी ऐश्वर्या ने पटना के एक थाने में पूर्व मुख्यमंत्री और अपनी सास राबड़ी देवी, ननद मीसा भारती और पति पर प्रताड़ित करने व मारपीट करने के आरोप लगाते हुए केस दर्ज करवाया। ऐश्वर्या ने महिला थाने में दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया कि रात में राबड़ी देवी के आवास पर उनके साथ मारपीट की गई और उन्हें घसीटकर घर से बाहर निकाल दिया गया।