कृष्णा यादव RJD से 6 साल के लिए निष्काषित, निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया था एलान
सिटी पोस्ट लाइव :आरजेडी की नेत्री कृष्णा यादव के खिलाफ बड़ी कारवाई हो गई है. पार्टी ने कृष्णा यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निष्काषित कर दिया है.खबर के अनुसार कृष्णा यादव खगड़िया लोक सभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहती थीं.लेकिन जब पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया तो उनके सब्र का बाँध टूट गया. कृष्णा यादव की बहन JDU विधायिका पूनम देबी एलजेपी के नेता पशुपति पारस के घर पहुँच गई अपनी बहन कृष्णा यादव के लिए सीट माँगने. लेकिन जब वहां भी बात नहीं बनी तो कृष्णा यादव ने श्राआई के साथ बातचीत शुरू कर दी. श्राआई कृष्णा को अपना सिबल देने को तो तैयार नहीं हुई लेकिन चुनाव में सहयोग और समर्थन का आश्वासन जरुर दे दिया. फिर क्या था कृष्णा यादव ने निरदैय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया.
जैसे ही खबर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को मिली उन्होंने कृष्णा यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निष्काषित किये जाने का फरमान जारी कर दिया.कृष्णा देबी की बहन JDU विधायिका पूनम देबी ने सिटी पोस्ट लाइव को फोन कर कहा कि वो एलजेपी नेता पशुपति पारस से टिकेट मांगने नहीं बल्कि मिलने गयी थीं.उनकी दलील है कि वो महागठबंधन की विधायिका हैं फिर वो महागठबंधन के घटक दल के नेता से क्यों नहीं मिल सकतीं. अपने सहयोगी दल के नेता से मिलने में क्या बुराई है. पूनम यादव चाहें जो भी सफाई दें उनकी बहन RJD नेता कृष्णा यादव पार्टी से निष्काषित की जा चुकी हैं. गौरतलब है कि कोशी में लालू यादव के दो ही मजबूत सिपाही थे. एक पप्पू यादव तो दुसरे रणवीर यादव जिनकी पत्नी हैं कृष्णा यादव. राजनीतिक कारणों से दोनों नेता अब लालू यादव की पार्टी से दूर हो चुके हैं. जाहिर है सिमांचल में इसका असर पार्टी की सेहत पर भी पड़ेगा.