City Post Live Special : कोसी सदर अस्पताल का हाल बेहाल, लाखों के एम्बुलेंस बिना सेवा हुए बेकार

City Post Live - Desk

कोसी सदर अस्पताल का हाल बेहाल, लाखों के एम्बुलेंस बिना सेवा हुए बेकार, कोसी के पीएमसीएच कहे जाने वाले सदर अस्पताल में 40 लाख से ज्यादा कीमत की 2 मोबाइल यूनिट एम्बुलेंस बिना इस्तेमाल के हुये बर्बाद, कुछ एम्बुलेंस के अस्थिपंजर हैं शेष

सिटी पोस्ट लाइव, एक्सक्लूसिव : सदर अस्पताल सहरसा जिसे कोसी का पीएमसीएच कहते हैं का आलम बेहद तकलीफजदा और सिस्टम को शर्मसार करने वाला है। इस अस्पताल को भारत सरकार से दो मोबाइल यूनिट एम्बुलेंस मिला है जिसकी कीमत 80 लाख से ज्यादा है। लेकिन इसका इस्तेमाल एक दिन भी नहीं हुआ। अनुभवी स्टॉफ, डॉक्टर मि कमी और ड्राइवर के नहीं रहने की वजह से एक जगह पहली बार खुले आसमान के नीचे जब यह एम्बुलेंस खड़ा हुआ, उस दिन से यही पर पड़ा हुआ बर्बाद हो रहा है। इस एम्बुलेंस को गाँव-गाँव भेजकर ग्रामीण मरीज को आवश्यक चिकित्सीय सुविधा देनी थी। लेकिन यह एम्बुलेंस बाहर और भीतर दोनों से बर्बाद हो चुके हैं। इसके चारों ओर घास के जंगल उग आए हैं। इसके अलावे भी कई एम्बुलेंस बिना सेवा दिए ना केवल बर्बाद हो चुके है बल्कि कोढ़ी हो चुके अस्पताल प्रबंधन का मजाक उड़ा रहे हैं। कई एम्बुलेंस के अस्थिपंजर सिस्टम को मुंह चिढ़ा रहे हैं।

इस मामले में सीधे तौर पर बिहार स्वास्थ्य महकमा और नीतीश कुमार को हस्तक्षेप करना चाहिए। समय रहते अगर सिस्टम नहीं जागा, तो यह अस्पताल चारागाह और श्मशानघाट में तब्दील हो जाएगा और किसी आसमानी तारणहार की बाट जोहेगा। नीतीश बाबू देखिए आपकी सरकार में क्या हो रहा है। जिन सामानों का कोई उपयोग ही नहीं करना है, तो उसकी खरीददारी ही क्यों होती है। कोई भी सामान लेने से पहले उसके वाजिब उपयोग के लिए संसाधन जुटाने के साथ-साथ उपयुक्त जगह की जरूरत होती है। सरकारी धन का दुरुपयोग सीधे तौर पर आम जनता की गाढ़ी कमाई की हत्या करना है। अगर यही आलम रहा तो यह राज्य कभी भी विकास की सही राह पर नहीं चल सकेगा। आखिर में हम ताल ठोंककर कहते हैं कि ऐसे मंहगे सामानों की खरीददारी बड़े कमीशनखोरी की गरज से होती है, इसमें जनता के हित से कोई सरोकार नहीं होता है। सहरसा से पीटीएन मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की खास पड़ताल।

सहरसा से पीटीएन मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की खास पड़ताल

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