सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस को लेकर आतंकित हैं.उनके जेहन कई तरह के सवाल हैं.ईन सभी सवालों का जबाब खोजने में दुनिया भर के वैज्ञानिक जुटे हुए हैं.अमेरिका की मैरीलैंड यूनिवर्सिटी अपर चेसापीक हेल्थ के डॉक्टर फहीम यूनुस ने लोगों की यह परेशानी कुछ हद तक दूर करने की कोशिश की है. डॉ. फहीम ने बताया है कि लोग कुछ बातों का पालन करें तो घर पर ही वह इन्फेक्शन को हरा सकते हैं. उन्होंने दावा किया है कि घर पर ही सही तरीके से रहने से 80-90% लोग ठीक हो सकते हैं.
डॉ. फहीम ने एक ट्विटर थ्रेड में बताया कि सबसे पहले इन्फेक्शन होने पर खुद को 14 दिन के लिए अलग कर लें. इस दौरान अलग कमरे में रहे. अलग बाथरूम का इस्तेमाल करें और अपने बर्तन भी अलग कर लें. अगर एक ही कमरा हो तो मोटे पर्दे या स्क्रीन से बीच में दीवार खड़ी कर दें. अगर बाथरूम एक ही हो तो जाने से पहले फेसमास्क पहनें और इस्तेमाल के बाद पूरा सर्फेस साफ करें. अगर रूम शेयर कर रहे हैं तो स्टीम, नेबुलाइजर, सीपैप शेयर न करें.
ज्यादातर मामलों में सिर्फ paracetamol या ibuprofen से ही ईलाज संभव है. ऐंटीबायोटिक्स की जरूरत नहीं होती है. हो सके तो हर रोज तापमान, सांस की गति, पल्स और बीपी नापें. ज्यादातर स्मार्टफोन्स में पल्स ऑग्जिमेंट्री ऐप होता है. अगर इसमें ऑग्ज 90 के नीचे हो या बीपी 90 सिस्टोलिक के नीचे जाए, तो डॉक्टर से बात करें. 60-65 की उम्र में हाई बीपी, मोटाबे, मधुमेह झेल रहे लोगों को कोरोना का खतरा ज्यादा होता है.
इन्फेक्शन में आइसोलेशन से जुड़ी एक अहम बात डॉ. फहीम ने बताई है. आइसोलेशन के दौरान ऐसे काम करें जिनसे मन को शांति मिले और एंजायटी कम हो. रिकवरी में 2-3 हफ्ते लग सकते हैं. इसलिए अच्छे से खाएं, अच्छे से सोएं. अगर सेहत में फिर भी सुधार न आये तो डॉक्टर से बात करें या अस्पताल जाएं. परिजनों से