कर्पूरी जयंती: अति पिछड़ों को साधने की BJP-JDU और RJD में मची है होड़

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : आज जननायक कर्पूरी ठाकुर की आज जयंती  राजनीतिक दल मना रहे हैं. जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती के बहाने राजनीतिक दलों के बीच  अति पिछड़ों को साधने की कवायद तेज हो गई है. गौरतलब है कि बिहार में अति- पिछड़ों की आबादी अच्छी खासी है. उनके बीच पैठ जमाने के लिए राजनीतिक दलों में कर्पूरी ठाकुर को अपना बताने-जताने की होड़ मची हुई है. देश में मंडल कमीशन के प्रभावी होने से पहले कर्पूरी ठाकुर ने राज्य सरकार की नौकरियों में अति पिछड़ों के लिए आरक्षण व्यवस्था कर परिवर्तनकारी कदम उठाया था. बिहार में सक्रिय राजनीतिक दलों में उनके नाम पर वोट बैंक मजबूत करने की
कवायद सालों भर जारी रहती है. इस बार भी सबकी अपने-अपने तरीके से तैयारियां हैं.

भारतीय जनता पार्टी और राष्‍ट्रीय जनता दल के द्वारा  प्रदेश से प्रखंड स्तर तक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई जा रही है. आरजेडी
ने आज से कर्पूरी जयंती को लेकर  पूरे सप्ताह भर तक कार्यक्रम करने की तैयारी की है. राजधानी में प्रदेश स्तर का आयोजन है, जिसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी मौजूद रहेंगे. बीजेपी भी जिला से लेकर प्रदेश स्तर तक समारोह के आयोजन की तैयारी कर चुकी है. अति पिछड़ा प्रकोष्ठ को पार्टी ने जिम्मेवारी सौंपी है.बीजेपीके राज्य सभा सांसद आरके सिन्हा ने कर्पूरी ठाकुर जयंती को लेकर विपक्ष पर बड़ा हमला बोला है.

गौरतलब है कि  जनता दल यूनाइटेड में कर्पूरी ठाकुर के पुत्र रामनाथ ठाकुर हैं. नीतीश कुमार ने उन्हें  राज्यसभा सदस्य भी बना रखा है. जेडीयू दफ्तर में कर्पूरी ठाकुर जयंती का आयोजन किया गया है.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत पार्टी के तमाम नेता और सैकड़ों कार्यकर्त्ता पहुंचे हुए हैं. आरजेडी की ओर से इस बार कोरोना के खतरे को देखते हुए कर्पूरी जयंती समारोह को थोड़ा अलग तरीके से मनाया जा रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के निर्देश पर  प्रखंडों और जिलों में 24 जनवरी से कर्पूरी जयंती समारोह की शुरुआत हो गई है .यह कार्यक्रम  हफ्ते भर चलेगा. प्रखंड और जिलों में कार्यक्रम हों रहे हैं. मुख्य कार्यक्रम राजधानी स्थित आरजेडी कार्यालय में हो रहा है.

30 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाने की तैयारी है. यह राजधानी से लेकर पंचायतों तक बनेगी. तेजस्वी समेत आरजेडी के कई बड़े नेता पटना में मानव श्रृंखला बनाएंगे. कर्पूरी जयंती केवल कांग्रेस पार्टी नहीं मनाती है क्योंकि कर्पूरी कांग्रेस विरोधी थे. कर्पूरी ठाकुर की पूरी राजनीति कांग्रेस विरोध की ही रही है. बिहार में उनके नेतृत्व में ही दो-दो बार गैर कांग्रेसी सरकार बनी थी. कांग्रेस
उन्हें याद करने की जरूरत नहीं समझती है, मगर वोट की राजनीति में बाकी दलों के लिए कर्पूरी ठाकुर कभी अप्रासंगिक नहीं हुए. कांग्रेस की सहयोगी आरजेडी अति-पिछड़ों को लुभाने के लिए जोरशोर से कर्पूरी जयंती मना रहा है.

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