सिटी पोस्ट लाइव : ए.सी.एच. एंटरटेनमेंट प्रा.लि. बैनर तले निर्मित फिल्म ‘प्यार तो होना ही था’ सेंसर बोर्ड से पास हो गयी। इस फ़िल्म को सेंसर बोर्ड ने अ/U सर्टिफिकेट दिया है। इस फ़िल्म का प्रीमियर 5 मार्च को नवरंग सिनेमा अंधेरी वेस्ट मुंबई में सायं 3:00 से 6:00 के बीच में रखा गया है, जहां इंडस्ट्री के कुछ लोगों के लिए बालकनी की सीट फ्री रखी गयी है। ये बात फ़िल्म के निर्देशक प्रमोद शास्त्री ने सेंसर बोर्ड से अ/U सर्टिफिकेट मिलने के बाद बताई।
इससे पहले उन्होंने बताया कि किस तरह उनकी फिल्म ‘प्यार तो होना ही था’ को अ/U सर्टिफिकेट मिला। उन्होंने बताया कि अपनी फिल्म ‘प्यार तो होना ही था’ को हमने सेंसर सर्टिफिकेशन के लिए यू /ए कैटेगरी में लिए सबमिट किया था, लेकिन सेंसर कमेटी ने पूरी फिल्म देखने के बाद प्रेजेंटेशन के लिए मुझे बुलाया। उन्होंने पूछा कि आप फिल्म के निर्देशक हैं तो मैंने कहा हां। उन्होंने कहा कि आपकी फिल्म में तीन छोटे-छोटे करेक्शन है, जो आपको करने पड़ेंगे जैसे – लंगड़ा लंगडू और मंदबुद्धि। मैंने कहा ठीक है सर इन शब्दों को मैं म्यूट कर दूंगा।
फिर उसमें से एक महिला सदस्य ने कहा हमें आपसे थोड़ी शिकायत है। तो मैंने कहा मैडम बताइए। उन्होंने कहा कि आपने इतनी संवेदनशील और पारिवारिक फिल्म बनाई है तो आपने अ/ U सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई क्यों नहीं किया। मैंने कहा कि मैडम हमने यह सोचा कि U/A सर्टिफिकेट ही मिल जाए वही बहुत है। लेकिन यदि हमारी फिल्म अ/U सर्टिफिकेट डिजर्व करती है तो एक मेकर के लिए इससे बड़ी सौभाग्य की बात और क्या हो सकती है।
प्रमोद कहते हैं कि सेंसर कमिटी के लोगों ने फिल्म की सफलता के लिए बधाई दिया और हमे छोटी सी पेपर फॉर्मेलिटी के उपरांत अ/U सर्टिफिकेट प्राप्त हो गया। यह हमारी फ़िल्म की पहली कामयाबी थी, जो न सिर्फ हमारे लिएकल्लू की फ़िल्म ‘प्यार तो होना ही था’ को मिला अ/U सर्टिफिकेट, 5 मार्च को है प्रीमियर के लिए बहुत ख़ुशी की बात है। हमारी भोजपुरी इंडस्ट्री में बहुत सारे ऐसे बुद्धिजीवी पत्रकार या समाजसेवी हैं, जो कहते हैं कि यदि आप की फिल्म अ/U सर्टिफिकेट प्राप्त करती है तो फिल्म का प्रचार हम करेंगे। हमने एक बहुत ही अच्छी फिल्म बनाई है आप सब फिल्म के प्रचार में हमारा सहयोग करें।
आपको बता दें कि फिल्म ‘प्यार तो होना ही था’ के निर्देशक प्रमोद शास्त्री हैं। फिल्म में सुपर स्टार अरविंद अकेला कल्लू के साथ यामिनी सिंह, कनक यादव, सुशील सिंह, देव सिंह, अनूप अरोरा, समर्थ चतुर्वेदी, बालेश्वर सिंह, रोहित सिंह मटरू, पुष्पा वर्मा, सुधा झा, अशोक शुक्ला, बबलू खान, चंदन कश्यप, दीपक सिंह मुख्य भूमिका में हैं। लेखक एस. के. चौहान हैं। संगीतकार ओम झा हैं। गीतकार प्यारेलाल यादव कवि, एस. के. चौहान, सुमित सिंह चन्द्रवंशी, प्रकाश बारूद हैं। छायांकन जगमिंदर सिंह जग्गी, नृत्य कानू मुखर्जी, मारधाड़ दिनेश यादव, कला महेंद्र सिंह का है। कार्यकारी निर्माता दीपक सिंह, लाइन प्रोड्यूसर आनंद श्रीवास्तव, निर्माण सलाहकार कुमार विशाल वर्मा हैं।