सिटी पोस्ट लाइव, स्पोर्ट्स डेस्क : खेल जगत में उस समय हंगामा मच गया जब बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना और कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी को एक ईमेल सन्देश मिला .सन्देश था- “ मैं क्रिकेट के सभी फॉर्मेट को अलविदा कह रहा हूं. यहां तक की मैंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट भी छोड़ने का फैसला किया है. मैं आज रिटायर हो रहा हूं, उस ऐतिहासिक नेटवेस्ट सीरीज को जीते 16 साल हो गए हैं. भारत के लिए खेलना मेरे लिए खुशी और गर्व की बात है”. यह सन्देश किसी और का नहीं बल्कि लाखों करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के अजीज खिलाड़ी मोहम्मद कैफ का है. उन्होंने पांच लाईन का संदेश भेन्जकर क्रिकेट से हमेशा के लिए संन्यास ले लिया .लॉर्ड्स में 13 जुलाई 2002 को यादगार पारी खेलकर टीम इंडिया को 87 रन की मैच जिताऊं पारी के खेलने वाले कैफ ने अब ठीक 16 साल बाद क्रिकेट को अलविदा कह दिया. और उसी 13 जुलाई के दिन आज उन्होंने क्रिकेट से सन्यास का एलान कर दिया .
भारतीय क्रिकेट टीम के सर्वश्रेष्ठ फील्डरों में शुमार रहे मोहम्मद कैफ का अंतरराष्ट्रीय करियर 13 टेस्ट, 125 वनडे का था. लोअर मिडिल ऑर्डर के इस बल्लेबाज ने अपने बल्ले से भारत को कई मैच जिताया .अपनी चुस्त फील्डिंग से टीम इंडिया में एक अलग स्थान बनाया. कैफ ने 13 टेस्ट में 32 की औसत से 2753 रन बनाए. 125 वनडे में उनका औसत 32 रहा. उत्तर प्रदेश के लिए रणजी ट्राफी जीतने वाले कैफ ने आखिरी प्रथम श्रेणी मैच छत्तीसगढ के लिए खेला था. मोहम्मद कैफ विश्व कप 2003 में फाइनल खेलने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे. युवराज सिंह के साथ वह अंडर 19 क्रिकेट से चमके थे. अपनी अगुवाई में उन्होंने अंडर-19 टीम इंडिया को विश्व कप भी दिलाया था.