250वें सत्र पर ‘राज्यसभा : द जर्नी सिंस 1952’ पुस्तक हुआ जारी, पीएम ने की इनकी तारीफ
सिटी पोस्ट लाइव : संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरु हो गया है. राज्यसभा के 250वें सत्र के मौके पर प्रधानमेंत्री मोदी ने सदस्यों को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और बीजू जनता दल की तारीफ की. पीएम ने कहा कि इन दोनों दलों ने आपस में तय किया था कि चाहे जो भी मुद्दा हो, हंगामा करने के लिए वे वेल में नहीं जाएंगे. फिर भी एनसीपी-बीजेडी की राजनीतिक यात्रा में कोई रुकावट नहीं आई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘सदन संवाद के लिए होना चाहिए, भारी बहस हो लेकिन रुकावटों के बजाय संवाद का रास्ता चुनें.
पीएम ने कहा निचला सदन जमीन से जुड़ा हुआ है, तो ऊंचा सदन दूर तक देख सकता है. निचले सदन में भारत की जमीनी स्थिति का प्रतिबिम्ब होता है, तो यहां पर दूरदृष्टि का पता चलता है. इस सदन ने कई ऐतिहासिक पल देखे. इतिहास बनाया भी और इतिहास बनते हुए देखा. जरूरत पड़ने पर इतिहास को मोड़ने का भी काम किया.
बता दें भारत की संसद सोमवार को एक ऐतिहासिक मौके की गवाह बनी. सोमवार को संसद के उच्च सदन राज्यसभा में 250वें सत्र की शुरुआत हुई. 67 सालों के इतिहास में राज्यसभा ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं. इस मौके पर राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने लोकसभा के 67 सालों के सफर पर एक पुस्तक ‘राज्यसभा: द जर्नी सिंस 1952’ जारी की है. इसमें आंकड़ों के माध्यम से राज्यसभा की कामयाबियों को दर्शाया गया है. राज्यसभा का गठन 1952 में हुआ था, संसद के इस उच्च सदन में 245 सदस्य होते हैं.
राज्यसभा से जारी पुस्तक के मुताबिक 67 सालों में राज्यसभा ने 3817 बिल पास किए हैं. इस दौरान राज्यसभा की 5466 बैठकें हुई. राज्यसभा में 120 बिलों में संशोधन किया गया और इसमें संसद के निम्न सदन लोकसभा द्वारा पास 5 बिलों को खारिज कर दिया. 1982 से राज्यसभा में अबतक 2,282 शख्सियतें राज्यसभा के सदस्य बन चुके हैं. इनमें 208 महिलाएं हैं और 137 मनोनीत सदस्य हैं. राज्यसभा में महिलाओं की संख्या दोगुनी होने में 62 साल लग गए. 1952 में राज्यसभा में महिलाओं की संख्या 15 थी जो कि 2014 में 31 हुई.
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