झमाझम बारिश से सहरसा में बाढ़ का मंजर, लोग हुए हलकान और परेशान

City Post Live - Desk

झमाझम बारिश से सहरसा में बाढ़ का मंजर, लोग हुए हलकान और परेशान

सिटी पोस्ट लाइव : रविवार दोपहर से रुक-रुक कर हुई झमाझम बारिश ने आम लोगों की रफ्तार को ब्रेक लगा लगा दिया है। विभिन्य इलाके की सड़कों पर ना केवल चलना मुश्किल है बल्कि आमलोग बेहद हलकान और परेशान हैं। पानी निकासी की दूर-दूर तक कोई व्यवस्था नहीं है। चारो तरफ बाढ़ का मंजर है। सहरसा जिला मुख्यालय के गंगजला, सराही, नया बाजार, कचहरी ढाला, कोसी चौक, विद्यापति नगर, कायस्थ टोला, पूरब बाजार, पंचवटी चौक, मीर टोला, अली नगर, गौतम नगर, शिवपुरी,कबीर चौक, संत नगर, राधा नगर सहित कई इलाकों की सड़कों पर पानी का ऐसा सैलाब आया है कि लोगों का घर से निकलना मुश्किल है।

तेज बारिश ने नगर परिषद की बारिश पूर्व की तैयारी की कलई और पूरी पोल-पट्टी खोलकर रख दी है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी नीलाभ कृष्ण ने कहा कि पानी निकासी की व्यवस्था की जा रही है। लेकिन ऐसे दावे अक्सर अधिकारियों के तकिया कलाम होते हैं। आगे जब मानसून पूरी तरह से आएगा और तब जब बारिश होगी तो पानी लोगों के अधिकतर घरों में घुसेगा। यह मौजूं परेशानी का ख्याल कर के इलाके के लोग अभी से ही दुबले और बीमार हो रहे हैं।

सहरसा की स्थिति बिहार के सभी जिलों में सबसे अधिक बदतर है।यहां विकास के नाम पर वर्षों से जनता के साथ सिर्फ धोखा और धोखा ही हो रहा है। बेहाल सड़कें, तंग गलियाँ और पानी निकासी की व्यवस्था का अभाव आम जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर के रख दिया है। जल निकासी और ड्रेनेज सिस्टम के लिए विगत दस वर्षों से डीपीआर तैयार हो रहे हैं लेकिन उपाय के लिए एक भी काम नहीं हुआ है। विडम्बना है कि हमें इसी दुर्गति को विकास का नाम देना पड़ रहा है। सड़कों पर पानी लबालब है। लोग उसमें गिर रहे हैं। सरकार को मुंह चिढ़ाने और आईना दिखाने के लिए लोग सड़क पर धान की रोपाई कर रहे हैं। यानि लोग सड़क को खेत बनाकर मसखरी कर रहे हैं। वाकई सिस्टम में सौ छेद हैं, यह उसी की बानगी है।

सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट

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