एक राष्ट्र-एक चुनाव पर जेडीयू तैयार, आरजेडी का इनकार, ममता और माया ने किया बायकॉट
सिटी पोस्ट लाइव : एक राष्ट्र-एक चुनाव के केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर अब दिल्ली में बैठक होने जा रही है. इसके लिए बिहार के मुख्यमंत्री भी दिल्ली पहुँच चुके हैं. लेकिन देश की कई ऐसी पार्टियाँ हैं, जो इस प्रस्ताव को बेकार और बायकॉट कर रही हैं. जहां इस प्रस्ताव पर जेडीयू ने अपनी सहमती जताई है तो आरजेडी ने इसे अतार्किक कहा है. वहीँ बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस प्रस्ताव से किनारा करते हुए सर्वदलीय बैठक से किनारा कर लिया है. बता दें बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे और इसमें यह विचार किया जाएगा कि यह भारत जैसे देश में लागू करने के लिए क्या किया जा सकता है. इस बीच जेडीयू ने इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है. पार्टी के प्रधान महासचिव के सी त्यागी ने कहा कि यह बहुत आकर्षक सुझाव है और इससे फिजूलखर्ची बचेगी. हालांकि आरजेडी ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है.
आरजेडी इस प्रस्ताव के समर्थन में नहीं है. पार्टी के सांसद मनोज झा ने कहा कि वन नेशन-वन इलेक्शन बिल्कुल अतार्किक है क्योंकि एक साथ चुनाव करवाने की देश में क्षमता नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा कि आरजेडी को इस बैठक में नहीं बुलाया गया है. बता दें भाजपा शुरू से ही एक राष्ट्र-एक चुनाव की बात करती चली आ रही है. लेकिन लोकसभा चुनाव के पहले उन्होंने इस मामले को ठंडे वस्ते में डाल दिया था. लेकिन अब जब लोकसभा चुनाव ख़त्म हो चूका है और भाजपा प्रचंड जीत के साथ सत्ता पर बरकार रही तो फिर से इस मुद्दे को उठाने में जुटे हैं. जाहिर है कि अब आगामी लोकसभा चुनाव से पहले इस मुद्दे को सुलझा लेना चाहती है. देखना है कि क्या इस मुद्दे को बात-विचार से सुलझाया जाता है या संविधान में संसोधन करने की जरुरत पड़ती है, क्योंकि विपक्षी दल और अन्य क्षेत्रिय दल इसे मानने से इनकार करती आ रही है.