City Post Live
NEWS 24x7

जमालपुर IRIMEE को UP शिफ्ट करने की खबर भ्रामक: सुशील मोदी.

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

जमालपुर IRIMEE को UP शिफ्ट करने की खबर भ्रामक: सुशील मोदी.

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के उप मख्यमंत्री सुशील मोदी ने बिहार के जमालपुर रेलवे इंस्टीच्यूट को शिफ्ट करने की खबर को भ्रामक बता दिया है. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जमालपुर (मुंगेर) के  इंडियन रेलवे इंस्टीच्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग को बंद किये जाने की खबर भ्रामक है.उन्होंने कहा कि यहाँ  रेलवे के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाता है.इसे  लखनऊ शिफ्ट करने की खबर भ्रामक और बेबुनियाद है.

मोदी ने कहा कि इस खबर को लेकर मेरी रेल मंत्री पीयूष गोयल से आज शाम को ही बात हुई है. बिहार के डिप्टी सीएम मोदी ने कहा कि रेलमंत्री पीयूष गोयल ने बताया है कि सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है और इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पत्र लिखा है जिसका वो अविलम्ब गुरुवार को जवाब देकर वस्तुस्थिति स्पष्ट करेंगे.

सुशील कुमार मोदी के मुताबिक रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत सरकार ने तो जमालपुर इंस्टीच्यूट को रेलवे व ट्रांसपोर्ट विश्वविद्यालय, बड़ौदा के कैम्पस के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है, जहां रेलवे से जुड़े मैकेनिकल और इंजीनियरिंग के छात्रों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. गोयल ने मुंगेर में कैंपस को विकसित करने की बात कही है.

मालूम हो कि बिहार के जमालपुर में मौजूद रेलवे के ट्रेनिंग सेंटर इंडियन रेलवे इंस्टिट्यूट ऑफ मेकैनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को लखनऊ शिफ्ट करने के फैसले पर सियासी घमासान मच गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने इस मामले पर ट्वीट कर इसे बिहार की अस्मिता से जोड़ दिया है. सिन्हा ने बिहार के लोगों से इस मसले पर विरोध करने की अपील की है.

बिहार सरकार के मंत्री और जेडीयू नेता संजय झा (Sanjay Jha) ने इसका विरोध करते हुए रेलवे से कहा है कि ये फैसला सही नहीं है. उन्होंने इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के पत्र पर रेल मंत्री पीयूष गोयल (Railway Minister Piyush Goyal) से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है.

जेडीयू नेता ने अपने ट्वीट में लिखा, जमालपुर स्थित इंडियन रेलवे के इस सबसे पुराने केन्द्रीय संस्थान से न सिर्फ बिहार के लोगों का बल्कि भारतीय रेल के हजारों लोगों व अधिकारीयों का भावनात्मक जुड़ाव रहा है. नीतीश कुमार जी के 1 मई को लिखे पत्र के आलोक में रेलमंत्री पीयूष गोयल जी से तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध है.

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

Comments are closed.