सिटी पोस्ट लाइवः बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी इन दिनों खूब सुर्खियों में हैं। दरअसल वे सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच करने मुंबई गये थे जहां उन्हें क्वेरेंटाइन कर दिया गया। इस पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया है। बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय इसको लेकर काफी गुस्से में हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी महाराष्ट्र पुलिस को फटकार लगायी है। इस पूरे प्रकरण के बाद पहली बार विनय तिवारी का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें उन्होंने कविता के जरिए बहुत कुछ कहने की कोशिश की है। विनय तिवारी ने एक लंबा चैड़ा पोस्ट भी लिखा है जिसमें राम के बहाने राजधर्म की नसीहत शायद वो महाराष्ट्र सरकार को दे रहे हैं।
विनय तिवारी ने लिखा है-‘ राम की यात्रा सिर्फ रावण से युद्ध की नहीं है! ये यात्रा है, भविष्य के आदर्श की स्थापना की। ये यात्रा है, मानवता के शिखर तक पहुंचने की। ये यात्रा है, स्वयं को परिष्कृत, परिमार्जित करने की, चरित्र के स्थापना की, व्यक्तित्व के अनवरत विकास की, परिवार के आदर्श की, समाज के दिव्य संस्कार की, मानव के ईश्वर बनने की, आत्मा के परमात्मा होने की, लोकमंगल के अपार धैर्य, समन्वय के प्रतीक पुरुष की। राम हैं ताकि विश्व को बता सके कि राजा होना क्या होता है, राम है ताकि विश्व को बता सके कि राजा की कर्तव्य निष्ठा, उसका राजधर्म क्या होता है।
राम है ताकि भारत को सीख दे सके है कि जीवन के विभिन्न चरणों में आपका कर्म क्या हो, राम है ताकि भारत को बता सके कि अन्याय का अंत करना ही धर्म है। लोक के राजा राम के जीवन से मिली सीख पर कुछ पंक्तियां बहुत पहले लिखी थी।’