सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना संकट में सरकार द्वारा दावा किया जा रहा है कि अस्पतालों में बेड खाली पड़े हैं. स्वास्थ्य विभाग के संजीवन एप में स्वास्थ्य विभाग जिस अस्पताल में बेड खाली बता रहा है, गलत है.वहां कोई बेड खाली नहीं है.सिटी पोस्ट ने शनिवार को पटना में चार दर्जन से ज्यादा अस्पतालों का जायजा लिया तो पता चला कि सरकारी दावे झूठे हैं. सरकार की तरफ से कुल 1904 बेड में 1145 बेड खाली होने का किया जा रहा दावा झूठ है.
संजीवन एप पर पटना के अस्पतालों की सूची में 54 हॉस्पिटल का नाम दर्ज है. सरकार के दावों की बात करें तो शनिवार को शाम 3 बजे 54 हॉस्पिटल में कुल 1904 बेड की व्यवस्था बताई गई थी. एप में हॉस्पिटल की लोकेशन के साथ दो जानकारी दी गई है. एक बेड की संख्या और दूसरी खाली बेड की संख्या. खाली बेड के स्टेटस को जांचने के लिए सिटी पोस्ट ने एक एक-कर सभी अस्पतालों से फोन के जरिये संपर्क किया तो पता चला कि जिस हॉस्पिटल में बेड खाली होने का दावा किया जा रहा था, उस समय उस हॉस्पिटल में एक भी बेड खाली नहीं था.हॉस्पिटल की तरफ से बताया गया कि बेड फुल हैं.
संजीवन एप में जगदीश मेमोरियल हॉस्पिटल में जिस समय 11 बेड खाली बताए जा रहे थे, उसी समय अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि सब बेड फुल है. हर हॉस्पिटल का एक ही जवाब था- बेड उपलब्ध नहीं है. कौन सही बोल रहा है, स्वास्थ्य विभाग या हॉस्पिटल यह तो सिस्टम ही जाने, लेकिन इस एप को जिसने भी संजीवनी मानकर बिना पड़ताल किए हॉस्पिटल पहुंचा है वह मायूस लौटा है. कोरोना काल में संदिग्ध मरीजों का घर से निकलना मुश्किल है और इसके बाद भी वह रिस्क लेकर खतरों के साथ हॉस्पिटल पहुंचता है तो उसे बेड फुल होने की बात कहकर वापस कर दिया जाता है.
कोरोना काल में सरकार कितनी गंभीर है जानने के लिए कोई भी अपने मोबाइल में स्वास्थ्य विभाग के संजीवन एप डाउन लोड कर पड़ताल कर सकता है. गूगल प्ले स्टोर पर जाकर बिहार सरकार के संजीवन एप को डाउनलोड कर अपने नाम और मोबाइल नंबर से इस एप को रजिस्टर्ड कर लें. फिर एप को ओपन करें और नजदीकी कोविड हॉस्पिटल के विकल्प में जाएं. यहां आपके लोकेशन और जिला का ऑप्शन आएगा. जिला के विकल्प का चयन कर लें फिर हॉस्पिटल की सूची आपके सामने होगी. हॉस्पिटल के नाम के साथ वहां मौजूद कुल बेड और खाली बेडों की पूरी जानकारी आएगी. आप हॉस्पिटल के नाप पर क्लिक कर उसका लोकेशन भी जान सकते हैं. संबंधित हॉस्पिटल का नंबर लेकर कुल बेड और खाली बेड की पड़ताल आप खुद कर सकते हैं.