सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 400 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया.इस उद्घाटन और शिलान्यास से लोग तो कुश हैं लेकिन नीतीश कुमार के मंत्री बहुत दुखी हैं. दुःख का कारण ये है कि जिस रेल ब्रिज के निर्माण के लिए उन्होंने आन्दोलन किया उसी के उद्घाटन समारोह में शामिल होने से उन्हें रोक दिया गया. बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार सिन्हा का कहना है कि वे रेलवे ब्रिज बनाने को लेकर काफी आंदोलन किए थे. इसके बाद बिहार सरकार ने उस योजना की मंजूरी दी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज लखीसराय के लिए कई योजनाओं का उद्घाटन किया.खासकर लखीसराय का बायपास और किउल नदी पर बने रेल पुल का उद्घाटन किया. लेकिन इस पूरे कार्यक्रम में जेडीयू नेताओं-विधायकों का जलवा रहा. बीजेपी के विधायक होने की वजह से उन्हें एक साजिश के तहत कार्यक्रम से दूर कर दिया गया.
चुनाव से ठीक पहले इस तरह की साजिश से मंत्री जी बेचैन हो गए हैं. मंत्री जी को पता है इसके पीछे कौन है लेकिन ज्यादा खुलकर बोल नहीं सकते.इसलिए वो अधिकारियों पर निशाना साध रहे हैं. मंत्री का कहना है हे कि सोमवार की शाम तक अपने गृह क्षेत्र लखीसराय में थे. अचानक सीएम हाऊस से फोन आ गया कि पटना बुलाया जा रहा है.हम वहां से पटना के लिए निकल गए. उन्हें अधिकारियों ने उन्हें ये बताया ही नहीं कि जिले के प्रभारी मंत्री और स्थानीय सांसद वहां आने वाले हैं.मंत्री जी का कहना है कि अगर उन्हें सूचना दी जाती तो पटना आने की बजाय वो वहीँ रहते.
बिहार के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा लखीसराय से बीजेपी के विधायक हैं. जब उन्हें यह आभास हुआ कि उनके जिले की योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के कार्यक्रम के बारे में उन्हें अंधेरे में रखा गया तो चिंतित हो उठे.मंत्री जी काफी संभल कर अपनी पीड़ा का इजहार कर रहे हैं. वो अधिकारियों को दोष दे रहे हैं जरुर लेकिन उनका निशाना कहीं और है. गौरतलब है कि आज सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लखीसराय के लिए कई योजनाओं का उद्घाटन किया.खासकर लखीसराय का बायपास और किउल नदी पर बने रेल पुल का उद्घाटन किया. लेकिन इस पूरे कार्यक्रम में जदयू का ही जलवा रहा.स्थानीय जन प्रतिनिधि होने के वावजूद मंत्री जी को किसी ने पूछा तक नहीं.
मंत्री विजय सिन्हा को इस बात का बहुत मलाल है कि उनके क्षेत्र की कई योजनाओं का उद्घाटन किया गया लेकिन उनको उस कार्यक्रम में भाग लेने का मौका नहीं मिला.उनका कहना है कि उद्घाटन से एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री आवास से दो बार बुलावा आ गया.लिहाजा हमें पटना आना पड़ा.