सिटी पोस्ट के सर्वे में लोगों ने कहा ठीक है नीतीश कुमार, क्या इसलिए बीजेपी ने डाले हाथियार?
सिटी पोस्ट लाइव : इसी साल बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। दोस्ती को टूट की राह पर ले जाने वाले बीजेपी नेताओं के कई बयानों के बावजूद बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से यह पहले भी स्पष्ट किया जा चुका है कि 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में हीं लड़ेगी। फिलहाल कोई विवाद की स्थिति दिखती नहीं है क्योंकि खुद देश के गृहमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने यह बयान दिया है कि 2020 में कैप्टन नीतीश हीं होंगे। सवाल है कि क्या यह बीजेपी की दरियादिली है या फिर मजबूरी है? बीजेपी के पास नीतीश कुमार के जैसा सियासी कद रखने वाला कोई चेहरा नहीं है। 2015 का विधानसभा चुनाव जेडीयू-बीजेपी अलग अलग लड़ी थी और उस मोदी लहर में भी नीतीश ने बीजेपी को मात दी थी जाहिर है तब भी यह साबित हुआ था कि नीतीश बिहार में एक स्वीकार्य चेहरा है और जिसके साथ रहेंगे उसका पलड़ा भारी रहेगा। पांच सालों बाद भी हालात बदले नहीं है लोगों का मूड और मिजाज बताता है कि नीतीश की स्वीकार्यता बनी हुई है।
हमारे एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्यूष ने लोगों के बीच एक सर्वे किया और इस सर्वे में लोगों ने जो कुछ कहा उससे यह स्पष्ट है कि 2020 में भी नीतीश का जादू कम नहीं हुआ है। ज्यादातर लोगों ने यह कहा कि वे सीएम के रूप में नीतीश कुमार को हीं देखना चाहते हैं। सर्वे में जिन लोगों से बातचीत की गयी उसमें 98 प्रतिशत लोगों ने कहा कि मौजूदा वक्त में नीतीश के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
जाहिर है लोग बदलाव चाहते हैं लेकिन नीतीश की कीमत पर नहीं। लोगों को नीतीश भी चाहिए और बदलाव भी चाहिए। सर्वे बताता है कि कम से कम अब तक कोई सत्ता विरोधी लहर दिखायी नहीं दे रही कम से कम नीतीश विरोधी लहर तो कतई नहीं। इसलिए शायद बीजेपी ने नीतीश के करिश्मे के आगे सर झुका लिया है और मजबूरी में हीं सही उनका अपना कैप्टन मान लिया है वर्ना बीजेपी में ऐसे नेताओं की लिस्ट लगातार लंबी हो रही है जो अक्सर नीतीश पर हमलावर रहते हैं और यह राय भी रखते हैं कि बीजेपी को अपना सीएम प्रोजेक्ट करना चाहिए और जरूरत पड़े तो अकेले चुनाव भी लड़ना चाहिए।
नीतीश के करिश्में के सामने हथियार डालते हुए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने मन मसोसकर अपने उन नेताओं की हसरतों पर पानी फेर दिया जो बिहार में बीजेपी का मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं और भाजपा शायद अपनी इस नाकामी को भी समझती है कि उसके पास नीतीश जैसा कोई चेहरा नहीं है वर्ना सोशल मीडिया पर यह वीडियो खूब वायरल है जिसमें डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी यह कह रहे हैं जैसे इंदिरा इज इंडिया नहीं हो सकता वैसे हीं नीतीश इज बिहार नहीं हो सकता। बिहार पर पंद्रह सालों तक राज करने के बाद भी अब तक किसी सत्ता विरोधी लहर को नहीं पनपने देना नीतीश की बड़ी कामयाबी है और इसी कामयाबी की वजह से वे बीजेपी और अपने राजनीतिक दुश्मनों पर भारी नजर आ रहे हैं।