‘हम साथ रहेंगे तो तेजस्वी बनेंगे सीएम, साथ छोड़ा तो रह जाएंगे सीएम इन वेटिंग’
सिटी पोस्ट लाइवः महागठबंधन में यह दावा किया जाता रहा है कि सबकुछ ठीक है लेकिन यह दावा अक्सर छलावा साबित होता है जब सीटों के बंटवारे या दूसरे मसलों पर सहयोगी छिटकते बिदकते नजर आते हैं। बिहार विधानसभा उपचुनाव उदाहरण है जब आरजेडी ने अपने उम्मीदवारों का एलान किया तो पूर्व सीएम मांझी और मुकेश सहनी ने नाराज होकर अपने उम्मीदवार उतार दिये थे। 2020 में सीटों के बंटवारे को लेकर ऐसी हीं खींचतान दिख सकती है इसके संकेत मिलने लगे हैं। सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्यूष से बातचीत करते हुए वीआई पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन में बिना सलाह के अब कुछ नहीं होगा। छोटी पार्टियों को भी सम्मान देना होगा। कोई किसी के पीछे चलने वाला नहीं है। हम साथ रहेंगे तो तेजस्वी सीएम बनेंगे अगर साथ नहीं रहेंगे तो एनडीए की सरकार बन जाएगी।
मुकेश सहनी ने कहा कि वीआईपी पार्टी मजबूती से हर क्षेत्र में काम कर रही है। हमने निर्णय लिया है कि बूथ कमिटी से लेकर राष्ट्रीय कमिटी तक अतिपिछड़ों और एसटी-एसटी के लिए जगह आरक्षित करें। इसी तरीके से विधानसभा चुनाव या फिर किसी भी चुनाव में एसटीएसटी एवं अतिपिछड़ा समाज को टिकट एंव संगठन में आरक्षण देंगे।
मुकेश सहनी ने कहा कि नीतीश कुमार ने सिर्फ अतिपिछड़ों से वोट लिया है लेकिन उनको कभी वाजिब सम्मान नहीं दिया। वीआईपी पार्टी के साथ अतिपिछड़ा समाज कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है। यही वजह रहा कि बिहार उपचुनाव में सिमरी बख्तियारपुर सीट से वीआईपी पार्टी को 25 हजार वोट मिला। 100 से ज्यादा सीटें ऐसी है जहां अगर वीआईपी पार्टी चुनाव लड़े तो जीत जाएगी। बिहार विधानसभा चुनाव में किसको कितनी सीटें मिलेगी यह महागठबध्ंान के सभी दल आपस में बैठकर तय कर लेंगे।