सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को हटाये जाने का असर दिखने लगा है.सबसे बड़ा असर ये हाउ है कि बिहार के लोगों को कोरोना का अपडेट नहीं मिल रहा है. आईएएस संजय कुमार के तबादले के बाद करीब 20 घंटों से कोरोना का कोई अपडेट नहीं मिल रहा है. लोग इंतज़ार कर रहे हैं, मीडिया परेशान है. किसी को पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर आंकड़ा कहां तक पहुंचा.
बुधवार को जब सरकार ने संजय को स्वास्थ्य प्रधान सचिव के पद से स्थानांतरित किया है उसके बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई अपडेट जारी नहीं किया गया है.बुधवार शाम को राज्य स्वास्थ्य समिति की तरफ से हर दिन शाम में जारी किया जाने वाला अपडेट हीं सिर्फ जारी किया गया है.सवाल ये उठता है कि क्या संजय कुमार के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था भी चली गई है.सचिव कोई भी रहे सिस्टम को तो अपना काम करते रहना चाहिए था.
बुधवार को संजय कुमार के स्थानांतरण के बाद भी बिहार में कई कोरोना के मरीज मिले हैं. लेकिन विभाग की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई. बुधवार को कोरोना से एक मरीज की मौत भी हुई उसकी जानकारी भी शेयर नहीं किया गया. हर दिन सुबह 10 बजे का अपडेट जो 11 बजे स्वास्थ्य प्रधान सचिव जारी करते थे. वह भी जारी नहीं की गई है. इस तरह कोरोना के आंकड़े को लेकर लोग असमंजस में हैं.
बिहार के लोग सोशल मीडिया पर सवाल पूछ रहे हैं कि क्या कोरोना अपडेट को लगातार पब्लिक डोमेन में लाकर संजय कुमार ने गलती कर दी?अब उनके जाने के बाद स्वास्थ्य महकमाँ कोरोना का अपडेट सार्वजनिक क्यों नहीं कर रहा है.बिहार में संजय कुमार के तबादले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. तेजप्रताप यादव ने भी ट्वीट कर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मंगल पाण्डेय तो अमंगल थे ही अब बेईमान भी निकल गए हैं. संजय कुमार के तबादले को लेकर राजनीतिक गलियारे में तरह तरह की चर्चा है.ये चर्चा जोरों पर है कि बीजेपी के दबाव में यह तबादला किया गया है.