एईएस से बच्चों की मौत पर सदन में स्वास्थ्य मंत्री का बयान-‘संवेदनशील है सरकार’

City Post Live - Desk

एईएस से बच्चों की मौत पर सदन में स्वास्थ्य मंत्री का बयान-‘संवेदनशील है सरकार’

सिटी पोस्ट लाइवः बिहार विधानमंडल के माॅनसून सत्र के दौरान विपक्ष सरकार पर हमलावर है। चमकी बुखार से बच्चों की मौत को लेकर विपक्ष सरकार को लगातार घेर रही है और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और सीएम नीतीश कुमार का इस्तीफा मांग रही है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने सदन में एईएस से बच्चों की मौत पर सदन में जवाब दिया है। बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन विपक्ष के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से बच्चों की मौत पर लाये गये कार्यस्थगन प्रस्ताव पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने सोमवार को विधानसभा में जवाब दिया.

मंगल पांडेय ने कहा कि सरकार पूरी तरह संवेदनशील है. एईएस का प्रकोप 1995 से है. दुनिया के कई बड़े अस्पतालों में रिसर्च किया गया है. यह भी बताया कि इस बार बच्चों की मुत्यु दर में कमी आयी है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में ही बीमारी को लेकर गाइड लाइन बनायी गयी है. एईएस को लेकर इस बार बच्चों की मृत्यु दर 21 प्रतिशत है. हर वर्ष लगातार मृत्यु दर में कमी आयी है. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि आंकड़ों के अनुसार, 28 जून तक 720 मरीज भर्ती हुए. इसमें 586 मरीज ठीक हुए. वहीं, 154 बच्चों की मौत हुई. मृत्यु दर घट कर 21 फीसदी रह गयी है. 2011-19 के आंकड़ों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में एईएस के कारण मृत्यु दर कम हुई है. आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

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