बेतिया राज की 14251 एकड़ जमीन अब गरीबों के बीच बाँट दी जायेगी .गौरतलब है कि बिहार के 6 और उत्तर प्रदेश के तीन जिलों में बेतिया राज की जमीन है. सबसे अधिक पश्चिम चंपारण में 9533 एकड़ जमीन है. पूर्वी चंपारण में 4633 एकड़, छपरा में 38 एकड़, पटना में 4 एकड़, गोपालगंज 35.58 एकड़ और सीवान में 7.29 एकड़ जमीन है. कुल 14251 एकड़ जमीन में अब तक 3050 एकड़ जमीन का सर्वे का काम हो चूका है.
सिटी पोस्ट लाईव :बेतिया राज की 14251 एकड़ जमीन अब गरीबों के बीच बाँट दी जायेगी .अगले तीन महीने में जमीन का सर्वेक्षण कर उसे मुक्त करा लिया जाएगा .सरकार अब राजा की इस जमीन को खेती के लिए किसानों को दे देगी. मंगलवार को राजस्व पर्षद के अध्यक्ष सह सदस्य सुनील कुमार सिंह ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को प्राथमिकता से इस पर काम करने का निर्देश देते हुए कहा है कि इस काम को हार हाल में तीन महीने के अन्दर पूरा कर लेना है.
गौरतलब है कि बिहार के 6 और उत्तर प्रदेश के तीन जिलों में बेतिया राज की जमीन है. सबसे अधिक पश्चिम चंपारण में 9533 एकड़ जमीन है. पूर्वी चंपारण में 4633 एकड़, छपरा में 38 एकड़, पटना में 4 एकड़, गोपालगंज 35.58 एकड़ और सीवान में 7.29 एकड़ जमीन है. कुल 14251 एकड़ जमीन में अब तक 3050 एकड़ जमीन का सर्वे का काम हो चूका है. शेष जमीन का सर्वे अभी कराया जाना बाकी है ,जिसे अगले तीन महीने में पूरा कर लेना है.
राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को खेती लायक जमीन का अलग से आकलन कराने का निर्देश दिया है ताकि उसे किसानों के बीच बांटा जा सके खेती कार्य के लिए .इस काम के लिए अमीन प्रतिनियुक्त करने को कहा गया है. गौरतलब है कि बेतिया महाराज की हजारों एकड़ जमीन पर लोगों ने अवैध कब्ज़ा जमा लिया है.खेती वाली जमीन पर भी लोगों ने घर बना लिए हैं.सैकड़ों एकड़ कीमती जमीन पर अतिक्रमण है.राजस्व पर्षद के अध्यक्ष खुद लगातार इस मामले की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. प्रतिदिन कम से कम 20 एकड़ जमीन का सर्वे और अतिक्रमण मुक्त कराने का लक्ष्य सरकार ने तय कर रखा है .अभीतक इस दिशा में क्या कारवाई हुई है , अद्यतन स्थिति की जानकारी आज की समीक्षा बैठक में ली गई .