सिटी पोस्ट लाइव : अगर स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर भरोसा किया जाए तो ऐसा लगता है कि बिहार में कोरोना नियंत्रित हो चूका है. हर रोज एक लाख से ज्यादा सैम्पल की जांच हो रही है और 4 हजार से ज्यादा केस सामने नहीं आ रहे. लेकिन कांग्रेस पार्टी इसे नीतीश सरकार का चुनावी खेल बता रही है. कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता प्रेमचंद्र मिश्रा ने नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला है. कांग्रेस ने कहा है कि कोरोना को लेकर जो आंकड़ेबाजी का खेल चुनाव आयोग के सामने राज्य सरकार द्वारा पेश किया जा रहा है वह उसे बहुत भारी पड़ेगा.
कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचन्द्र मिश्रा ने कहा है कि राज्य सरकार चुनाव आयोग को दिखाना चाहती है कि हमारे यहां कोरोना की स्थिति ठीक है. जबकि बिहार में स्वास्थ्य पूरी तरह से चरमरा गई है. प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या में दिन-प्रतिदिन बेतहासा वृद्धि हो रही है. वही राज्य सरकार संक्रमित मरीजों की संख्या जानबूझकर कम बता रही है. सरकार ने इस आंकड़ेबाजी का खेल खेलने के लिए प्रत्य अम्रित को लाया है. लेकिन कोरोना को लेकर आंकड़ाबाजी का खेल भारी पड़ने वाला है. प्रेमचंद्र मिश्र का कहना है कि नीतीश कुमार के बारबार चेतावनी के बावजूद स्वास्थ्य विभाग 14 हजार से ज्यादा जांच नहीं कर पा रहा था. आखिर प्रत्यय अमृत के आते ही ये कैसे जादू हो गया कि एक दिन में एक लाख से ज्यादा जांच होने लगा.
प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि कांग्रेस का चुनाव आयोग से आग्रह है कि जब तक बिहार में कोरोना काबू में न आ जाए, तब चुनाव न कराए. जेडीयू सिर्फ व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए चुनाव चाहती है. वर्तमान समय में सर्वदलीय राय बने तब ही चुनाव होना चाहिए. उन्होंने कहा है कि एनडीए में आतंरिक कलह अपने चरम पर है. बिखराव तय है. लोजपा कभी भी एनडीए छोड़ सकती है. जबकि महागठबंधन एकजुट है. उन्होंने कहा है कि चिराग पासवान को असंतोष हैं तो एनडीए छोड़ देना चाहिए और महागठबंधन को मजबूत करने में सहयोग करना चाहिए.
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