सिटी पोस्ट लाइव : अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल राजगीर में बन रहे नेचर सफारी के ग्लास ब्रिज का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जायज़ा लिया. जिसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आने वाले समय में यह ब्रिज पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होगा. उन्होंने कहा कि पहले मैंने जू-सफारी की रूपरेखा तैयार की उसके बाद मुझे महसूस हुआ कि यहां के प्रकृति के बारे में जानने के लिए नेचर सफारी का निर्माण होना चाहिए और मैंने फिर इस नेचर सफारी का निर्माण शुरू कराया.
उन्होंने कहा कि खासकर बच्चे और युवा नेचर के बारे में आकर जान सकेंगे साथ ही उन्होंने कहा कि यह घने जंगलों में है इसलिए सुरक्षा की समुचित व्यवस्था कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि मार्च तक या फिर थोड़ा उसके आगे पीछे बनकर तैयार हो जाएगा और फिर पर्यटकों के लिए इसे खोल दिया जाएगा ताकि इसका आनंद लोग उठा सकें. नेचर सफारी का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने जू-सफारी का भी जायज़ा लिया.
आपको बता दें कि ज़ू- सफारी और नेचर सफारी जंगलों के बीच गया और नालंदा जिले के बीच में है. जिसके कारण इस इलाके में हमेशा सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम रहेंगे. इस ग्लास ब्रिज की कुल लंबाई 85 फिट और छह फीट चौड़ा व 200 से 250 फिट की ऊंचाई पर स्थित है. चीन के हेवेन्स प्रान्त के एस टेहांग में बने स्काई वॉक के तर्ज पर बनाया गया हैं. यह बिहार का पहला और देश का दूसरा ग्लास ब्रिज है जिस पर चलना मानो हवा में तैरने के बराबर है. इस साल 2021 में बिहार वासियों को नया तोहफा मिलने जा रहा है.