अब इस सरकारी बंगले में रहने को तैयार नहीं है कोई कुशवाहा मंत्री, तीन हो चुके बेआबरू

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार सरकार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा की नौकरी जाने के बाद अब उस बंगले में कोई जाने को तैयार नहीं जिसमे मंजू वर्मा रहती थीं. इस बंगले से अबतक लगभग आधे दर्जन मंत्रियों पर आफत आ चुकी है. उनकी मंत्री की कुर्सी छीन चुकी है. सबसे ख़ास बात ये है कि इस बंगले में रहनेवाले जिन मंत्रियों की नौकरी गई वो सभी कुशवाहा बिरादरी के ही थे. मंजू वर्मा के फंसने के बाद जेडीयू के दो कुशवाहा विधायक जो मंत्री बनने को बेताब थे ,अब मंत्री बनने से घबराने लगे हैं. एक कुशवाहा विधायक ने तो यहाँ तक कह दिया कि अगर उन्हें मंत्री बनने के बाद उसी बंगले में रहना है तो इससे बढ़िया कि वो मंत्री नहीं बनें .

इस बंगले इस बंगले में कुशवाहा जाति के तीन मंत्रियों में ही पैदल कर दिया बीच में ही पैदल कर

नेताजी सुभाष मार्ग में अवस्थित यह 6 नंबर बंगला का आतंक कुशवाहा नेताओं के सर चढ़कर बोल रहा है. दरअसल, इस बंगले में रहनेवाला कोई भी कुशवाहा नेता ज्यादा दिन नहीं बचा. इस बंगले ने अब तक कुशवाहा जाति के तीन मंत्रियों को बीच में ही पैदल कर दिया है. ऊपर से सीबीआई जांच के झमेले में फंस गए हैं.

बिहार विधान सभा के हिस्‍से का है. आलीशान है. मंत्रियों को ही मिलता है. लेकिन, कुछ तो बात है, जोकि यह बंगला कुशवाहा मंत्रियों को सुख-चैन से नहीं रहने देता है. लोल-झोल में फंसाकर समय पूरा होने से पहले ही बेदखल कर देता है. अभी-अभी समाज कल्‍याण मंत्री मंजू वर्मा का हाल तो आप सबों ने सुना ही होगा.मंजू वर्मा नेताजी सुभाष मार्ग के इसी 6 नंबर बंगले में निवास करतीं हैं. यह बंगला कुशवाहा नेताओं के लिए भूतबंगला है, मंत्री पद गंवाने के बाद करीबी समझा रहे हैं. इस बंगले ने अब तक कुशवाहा जाति के तीन मंत्रियों को बीच में ही पैदल कर दिया है. अब मंत्री से हटने के बाद मंजू वर्मा को भी यह बंगला खाली करना होगा. वर्मा के लिए बड़ी चुनौती अपने पति चंद्रशेखर प्रसाद वर्मा को सीबीआई जांच की आंच से बचाना भी है.

इसी बनागले में मंत्री अवधेश कुशवाहा रहते थे. नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते थे . लेकिन  2015 के बिहार विधान सभा चुनाव के ठीक पहले इसी 6 नंबर के बंगले के भीतर लपेटे में आ गए. अवधेश कुशवाहा का स्टिंग ऑपरेशन हुआ.  मंत्री की कुर्सी तो चली ही गई साथ ही विधान सभा के टिकेट से भी उन्हें नीतीश कुमार ने बेदखल कर दिया . अवधेश कुशवाहा आज भी इस बंगले को नहीं भूल पाए हैं.उनका कहना है कि इस बंगले में वास्तु दोष है.

नेताजी सुभाष मार्ग के इसी 6 नंबर के इस बंगले में पहले आलोक कुमार मेहता रहते थे. महागठबंधन की सरकार में सहकारिता मंत्री थे.वो भी कुशवाहा हैं.अभी बेचारे मंत्री बने ही थे कि दो साल के अन्दर ही इससे बेदखल हो गए .महागठबंधन की सरकार गिर गई और उन्हें यह बंगला छोड़ना पड़ा. जब आलोक मेहता आउट हुए तो उनके इस बंगले पर मंजू वर्मा का दिल आ गया .आलोक मेहता के हटते ही वो इस बंगले में शिफ्ट हो गईं . फिर क्या था उनके भी बुरे दिन शुरू हो गए. उनके साथ क्या हुआ और आगे क्या होनेवाला है ,सबको पता है.तीन मंत्रियों को असमय बाहर कर देने का रिकॉर्ड बनानेवाले इस बंगले का अगला शिकार कौन होगा?

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