सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में गंगा नदी उफान पर है। लगातार बाढ़ से बिगड़ते हालात के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने आरा और छपरा में बाढ़ की स्थिति देखी साथ ही उन्होंने बाढ़ राहत शिविरों का भी जायजा लिया। इस बीच खबरें भागलपुर और समस्तीपुर से भी सामने आ रही हैं जहां गंगा तबाही मचा रही है। भागलपुर शहर चारों तरफ से पानी से घिर कर टापू में तब्दील हो गया है वहीं समस्तीपुर में पलायन तेज हो गया है। दूसरी तरफ, मुंगेर, खगड़िया और कटिहार में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है।
भागलपुर में एनएच-80 पर तीन से चार फीट पानी बह रहा है। इसके कारण भागलपुर और कहलगांव के बीच सड़क संपर्क भंग हो गया है। सुल्तानगंज की तरफ भी एनएच 80 पर पानी बह रहा है। कई जगहों पर नावें चल रही हैं। भागलपुर शहर की स्थिति टापू जैसी हो गई है। जिले के 90 से अधिक गांवों के 70 हजार से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
भागलपुर के 120 से अधिक स्कूल पानी से घिर चुके हैं। टीएमबीयू में लोग नाव से कार्यालय जा रहे हैं। इंजीनियरिंग कॉलेज और ट्रिपल आईटी पहले ही बंद हो चुके हैं। भागलपुर शहरी क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक मोहल्लों में त्राहिमाम जैसी स्थिति है। दूसरी तरफ, मुंगेर, खगड़िया और कटिहार में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। गंगा लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मुंगेर में बाढ़ ने 2019 का रिकार्ड तोड़ दिया है।
समस्तीपुर के मोहिउद्दीनगर, मोहनपुर और विद्यापतिनगर के निचले इलाकों में गंगा का पानी पूरी तरह से फैल चुका है। इससे बाढ़ पीड़ितों की स्थिति गंभीर दिन प्रतिदिन बदतर होती जा रही है। बीते 24 घंटे में गंगा नदी का जलस्तर 10 सेंटीमीटर और बढ़कर 47.73 मीटर पर पहुंच गया जो कि खतरे के निशान 45.50 मीटर से 2 मीटर 23 सेंटीमीटर ऊपर है।
समस्तीपुर के कल्याणपुर में बागमती नदी में भी उफान देखा जा रहा है। हालांकि नदी खतरे के निशान से काफी नीचे है। लोग ऊंचे स्थानों की ओर नाव से पलायन कर रहे हैं। उधर, शिवहर व सीतामढ़ी बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है। शिवहर में नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 7 सेंटीमीटर उपर है।