सिटी पोस्ट लाइव : शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री राहत कोष के न्यासी परिषद के सदस्यों के साथ बैठक की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक कोरोना वायरस के संक्रमण (Corona virus infection) से मरनेवाले लोगों के परिजनों को चार लाख का मुआवजा दिए जाने का फैसला लिया गया. बिहार में कोरोन मरीजों (Coron patients) की बढ़ती तादाद ने जहां राज्य सरकार को चिंता में डाल दिया है, वहीं इस संकट काल में वह अपनी जनता के साथ खड़ी नजर आने के लिए कई राहत का ऐलान भी कर रही है. इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) लगातार बैठकें भी कर रहे हैं और अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर रहे हैं.
शुक्रवार को मुख्यमंत्री राहत कोष के न्यासी परिषद की 20वीं बैठक में 24 मुद्दों पर हुई विस्तार से चर्चा की गई. इस दौरान बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के तहत अब तक 20.28 लाख प्रवासियों के खाते में एक-एक हजार भेजे जाने की जानकारी दी. मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा प्रबंधन विभाग को 50 करोड़ की और मदद देने का भी फैसला लिया गया है. साथ ही आपको बता दें कि बाढ़ प्रभावित 10 जिलों में 100 आश्रय स्थल बनाये जाने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है. वहीं, कालाजार उन्मूलन के लिए प्रत्येक पीड़ित को 6600 रुपये दिये जा रहे हैं और साथ ही मुक्त कराये जा रहे हर बाल श्रमिक को पुनर्वास के लिए 25 हजार की मदद भी दी जा रही है.
गौरतलब है कि बिहार में शुक्रवार को भी कोरोना के 179 नए मरीज मिले. इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2166 हो गयी. कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से बढ़ते आंकड़े के आधार पर अब बिहार पंजाब को पीछे छोड़ते हुए कोरोना वायरस से प्रभावित टॉप 10 राज्यों में शामिल हो गया है.पिछले 2 दिनों के आंकड़े देखें तो कुल 390 मरीज नए मरीजों की पहचान हुई है, इनमें सबसे अधिक पटना में 186 मरीज हैं. इसके साथ ही एक अहम जानकारी यह है कि अब तक 629 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि 11 लोगों की मौत हो चुकी है.