सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड विधानसभा का 20वां स्थापना दिवस रविवार को सादगीपूर्वक मनाया गया। मुख्य समारोह में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) विधायक नलिन सोरेन को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया। पहली बार विधानसभा का स्थापना दिवस नेता प्रतिपक्ष की अनुपस्थिति में मना। इस मौके पर मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मुख्य सचेतक विरंची नारायण ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष सभा के श्रंगार हैं, यदि बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा देकर समारोह में आमंत्रित किया जाता, तो अच्छा होता।
आईटी के युग में जनता सभी प्रतिनिधियों के आचरण को देखकर कर आकलन करती है-राज्यपाल
विधानसभा स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि 20वर्ष के कार्यकाल में सभा की ओर से राज्यहित में अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये गये है, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल में यह जरूरी है कि विकास की गति को दलभगत भावना से ऊपर उठकर तेजी प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि सोशल साइटस के इस दौर में विधायकों को काफी सचेत रहने की जरूरत है, वे अन्य प्रदेश में चल रही विकास योजनाओं को भी देखे और उसी तरह की योजनाओं से अपने क्षेत्र के लोगों को भी फायदा दिलाने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि आईटी क्रांति के इस युग में जनता सभी जनप्रतिनिधियों के आचरण को देखती है और उसका आकलन करती है।
सिर्फ नियम-कानून से बेहतर समाज की परिकल्पना संभव नहीं-मुख्यमंत्री
इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड विधानसभा कई उतार-चढ़ाव और बदलाव का गवाह बना है। अभी पूरी दुनिया वैश्विक महामारी के दौर से गुजर रही है। झारखंड में कार्यपालिका के सहयोग से किसी को भूखा मरने नहीं दिया गया। कई राज्यों में अफरा-तफरी मच गयी, लेकिन झारखंड में कोई अफरा-तफरी नहीं मचने दी गयी। उन्होंने कहा कि आज कई राज्यों की स्थिति फिर से भयावह हो रही है, कई राज्यों में फिर से कोरोना का कहर देखा जा रहा है, नई चुनौतियां सामने आने लगी है, आम जनजीवन प्रभावित होने लगा है, कई स्थानों पर फिर से लॉकडाउन की भ्ी चर्चा हो गयी है, इसलिए यह जरूरी है कि इस जंग से लड़ाई में सभी का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि बेहतर समाज की परिकल्पना कोई नियम-कानून नहीं हो सकता है, बल्कि खुद से ईद-गिर्द ऐसे समाज का निर्माण करना होगा, जिसमें सभी वर्गा के हितों का ध्यान रखा जा सके।
जनता के सवालों का जवाब मिले, प्रयास करेंगे-संसदीय कार्यमंत्री
संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि कई बार विपक्षी दलों की ओर से साल में 100 दिनों के कार्य दिवस की बात की जाती है, लेकिन 20 कार्यदिवस के सत्र में भी देखा गया है कि पांच दिन भी सुचारू रूप से सभा की कार्यवाही हो पाती है, हंगामे के कारण पूरे सत्र की कार्यवाही बाधित रहती है। ऐसे में नियमावली का पालन जरूरी है। उन्होंने कहा कि संसद का सत्र और कई राज्यों में सभा की कार्यवाही शाम छह बजे तक चलती है, वे संसदीय कार्यमंत्री के रूप में यह भरोसा दिलाना चाहते है कि जनता के सवालों का अधिक से अधिक जवाब सभा में हो सके, इसके लिए वे प्रयास करेंगे।
नेता प्रतिपक्ष सभा के श्रृंगार हैं -विरंची नारायण
नेता प्रतिपक्ष की अनुपस्थिति में समारोह में उपस्थित मुख्य विपक्षी दल बीजेपी के मुख्य सचेतक विरंची नारायण ने कहा कि यदि आज के कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष उपस्थित रहते, तो कार्यक्रम की शोभा और बढ़ जाती। उन्होंने कहा कि सभा में नेता प्रतिपक्ष का पद श्रृंगार की तरह होता है, इसके बिना लोकतांत्रिक संसदीय व्यवस्था की परिकल्पना अधूरी है।
हर दिन जन समस्याओं के निदान के लिए प्रयासरत-नलिन सोरेन
उत्कृष्ट विधायक के रूप में सम्मानित शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से लगातार 7वीं बार निर्वाचित जेएमएम विधायक नलिन सोरेन ने कहा कि आज भी नियमित रूप से उनकी दिनचर्या में सुबह छह बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक क्षेत्र की जनता की समस्या को सुनना है और उसके बाद काठीकुंड और रानेश्वर का दौरा कर क्षेत्र की समस्याओं को लेकर लोगों से मिलने का सिलसिला चलता है। उन्होंने बताया कि अलग झारखंड राज्य गठन के आंदोलन के क्रम में एक बार उन्हें एकीकृत बिहार में भागलपुर सेंट्रल जेल में रहना पड़ा, वहीं कई बार दुमका और देवघर मंडल कारा में भी बंद रहना पड़ा। शिबू सोरेन के नेतृत्व में वे लगातार क्षेत्र के पूरे संताल परगना का दौरा कर लोगों को जागरूक करने के प्रयास में लगे रहे।
मापदंड व आदर्शां के आकलन का समय-स्पीकर
विधानसभा अध्यक्ष रबिन्द्रनाथ महतो ने कहा कि आज सभी लोग झारखण्ड विधानसभा की 20वीं वर्षगांठ मना रहें हैं। यह अवसर है आंकलन का कि विधानसभा के मापदंडों व आदर्शों को जीवंत रखने में कितने सफल हो सके। सर्वोच्च पंचायत के रूप में विधानसभा ने राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। वर्तमान नेतृत्व जनाकांक्षाओं को पूर्ण करने में सफल होगी।
टॉपर्स को मिला सम्मान
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने मैट्रिक टॉपर मनीष कुमार कटियार, इंटरमीडिएट विज्ञान टॉपर अमित कुमार, इंटरमीडिएट वाणिज्य टॉपर सुभम कुमार ठाकुर व रूपा कुमारी एवं इंटरमीडिएट कला टॉपर नंदिता हलपाल को सम्मानित किया।
शहीद के परिजन हुए सम्मानित
राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष व मुख्यमंत्री ने अमर शहीद एएसआई गोवर्द्धन पासवान, आरक्षी युधिष्ठिर मलवा, आरक्षी मनोहर हांसदा, आरक्षी धनेश्वर महतो, आरक्षी अखिलेश राम, आरक्षी खंजन कुमार महतो, सहायक अवर निरीक्षक सुकरा उरांव, गृहरक्षक यमुना प्रसाद, गृहरक्षक सकेन्द्र सिंह, गृहरक्षक शम्भू प्रसाद साहू, आरक्षी लाकिंदर मुंडा, चंद्राय सोरेन, रविनाथ सोरेन, लेफ्टिनेंट अनुराग शुक्ला, नायक सूबेदार प्रबीर कुमार, सिपाही संतोष गोप, सिपाही कुंदन कुमार ओझा, सिपाही गणेश हांसदा, सिपाही अभिषेक कुमार, हवलदार विजय सोरेन के परिजनों को सम्मानित किया। जबकि कोरोना वारियर्स के रूप में विजय बिहारी प्रसाद, अखिलेश कुमार सिन्हा व अन्य को भी सम्मानित किया गया।