सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के पूर्व डीजीपी एसके सिंघल अब केंद्रीय चयन पर्षद के नये अध्यक्ष होंगे. केंद्रीय चयन पर्षद के मौजूदा अध्यक्ष केएस द्विवेदी का कार्यकाल 20 जनवरी तक है. एसके सिंघल का कार्यकाल 20 जनवरी के बाद से शुरू होगा.दरअसल एस के सिंघल हाल के महीनों में उस समय चर्चा में आए थे जब एक फ्रॉड के फोन के चक्कर में आकर गया के पूर्व एसएसपी और आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार के मामले में उन्होंने क्लीन चिट दे दी थी. पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बनकर शातिर अभिषेक अग्रवाल ने उन्हें फर्जी कॉल किया था और आदित्य कुमार को क्लीन चिट देने को कहा था.
इस पर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे थे लेकिन उस समय भी नीतीश कुमार ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी. आखिरकार उन्हें दोषमुक्त मानते हुए एक बहुत बड़ी जिम्मेवारी नीतीश कुमार ने सौंप दी है. अब बिहार में सिपाहियों की नियुक्ति एस के सिंघल ही करेंगे. पंजाब के जालंधर छावनी के रहने वाले एसके सिंघल 1987 में सबसे पहले आईएफएस बने थे. उसके अगले साल उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा में आईपीएस की नौकरी हासिल कर ली थी. उनकी सारी शिक्षा दीक्षा जालंधर में ही हुई. जालंधर के डीएवी कॉलेज से उन्होंने स्नातक की डिग्री ली थी.
गणित ऑनर्स में उन्हें गोल्ड मेडल मिला था. पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से उन्होंने गणित में ही स्नातकोत्तर किया. इसमें भी उन्हें गोल्ड मेडल मिला था. कुछ दिनों तक वो पंजाब में ही खालसा कॉलेज विमेंस में लेक्चरर के पद पर काम करते रहे. वो दानापुर के एसपी भी रह चुके हैं. बतौर एसपी एसके सिंघल ने बिहार के नालंदा, सीवान, कैमूर, रोहतास और भोजपुर जैसे जिलों में अपना योगदान दिया है. साल 2005 में डीआईजी प्रशासन के पद पर उनकी प्रतिनियुक्ति की गई थी.
बिहार पुलिस के एडीजी मुख्यालय के महत्वपूर्ण दायित्व को भी वो संभल चुके हैं.पब्लिक पॉलिसी एंड मैनेजमेंट विषय में एसके सिंघल ने एमबीए किया है. मगध विश्वविद्यालय से मैनेजमेंट में डॉक्टरेट भी कर लिया है. प्रीएचडी में वो मगध विश्वविद्यालय के टॉपर रहे हैं. इनके पिता सत्य प्रकाश सिंह पेशे से शिक्षक रहे हैं.