बागमती और कमला खतरे के निशान से ऊपर, दरभंगा-सीतामढ़ी के कई गांवों में घुसा पानी.

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव :मानसून की लगातार हो रही बारिश की वजह से बिहार में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.नेपाल और बिहार में लगातार हुई बारिश (Rain) के कारण बिहार में बाढ़ का खतरा (Fear of Flood) मंडराने लगा है. लगातार हो रही बारिश की वजह से  महानंदा, कमला बलान, कोसी और बागमती नदियाँ उफान पर हैं. कुछ नदियाँ अब  खतरे के निशान से ऊपर भी बह रही हैं. बढ़ते जलस्तर से लोग आशंकित हैं. इस बीच, दरभंगा और सीतामढ़ी के निचले हिस्सों में बाढ़ का पानी घुस गया है और कई गांव इसकी चपेट में आ गए हैं. चंपारण में गंडक और बूढ़ी गंडक में जलवृद्धि से बाढ़ का खतरा दिख रहा है.

गोपालगंज, मधुबनी , चंपारण और सीतामढ़ी के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. इस बीच, दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच उत्तर बिहार की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, तो कई खतरे के निशान को छूने वाली हैं. मंगलवार को मधुबनी में कमला खतरे के निशान से 50 सेमी ऊपर बह रही थी, तो बागमती नदी बेनीबाद में लाल निशान से 39 सेमी ऊपर बह रही थी.मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर में बूंढ़ी गंडक में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. यहां 47.01 मीटर पर जलस्तर रिकार्ड किया गया है, जबकि लाल निशान 52.53 मीटर पर है.  समस्तीपुर में गंगा के सरारी घाट पर मंगलवार की सुबह जलस्तर 43.06 मीटर पर था. बागमती के जलस्तर में 18 सेमी की बढ़ोतरी हुई है. इस जिले से गुजरने वाली सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं.

दरभंगा में लगातार हो रही बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण कमला बलान और कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है. ऐसे में अब कुशेश्वरस्थान के पूर्वी इलाके में बाढ़ का खड़ता मंडराने लगा है. खास तौर पर कमला बलान के पश्चिमी तटबंध से पूरब के सभी 4 पंचायतों इटहर, उसडी, उजुआ, सिमरटोका एवं चौधराइन सुधराइन पंचायत में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है. ​मधुबनी के झंझारपुर में कमला नदी खतरे के निशान से 50 सेमी ऊपर बह रही है. यहां कमला का जलस्तर 50.50 मीटर दर्ज किया गया, जबकि अधवारा समूह की सहायक नदी धौंस में तेजी से जलस्तर बढ़ रहा है. नदी के बढ़ते जलस्तर से जिले में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है. बिस्फी में कई उपनहरों में पानी आने से खेतों में पानी फैलने लगा है.

बाढ़ के खतरे को देखते हुए सरकार इससे निपटने की तैयारी में जुट गई है. नेपाल से लगे तराई के क्षेत्रों में बचाव टीमों को अलर्ट कर दिया गया है. यहां एनडीआरएफ और एसीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं. जवान लोगों को बाढ़ के प्रति जागरूक कर रहे हैं और बचने के तरीके बता रहे हैं.कटिहार, अररिया, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, मोतिहारी, बेतिया, नालंदा, छपरा, पटना और बक्सर जिलों में एनडीआरएफ की कुल 13 टीमों को तैनात किया गया है.

Share This Article