City Post Live
NEWS 24x7

उप्र विशेष सुरक्षा बल की शुरुआत में 9,919 जवानों की होगी पांच बटालियन गठित

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव, लखनऊ: उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) जल्द ही धरातल पर नजर आएगा। राज्य में महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों, दफ्तरों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी इस स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स के पास होगी। कई तरह की शक्तियों वाले इस बल का मुख्यालय राजधानी लखनऊ में होगा और इसके गठन के लिए फिलहाल पीएसी से फोर्स ली जाएगी। लगभग डेढ़-दो साल के अन्दर इसकी नई फोर्स तैयार कर ली जाएगी। वहीं नियमावली तैयार होने के बाद ये बल पूरी तरह से उसके आधार पर काम करेगा। अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश अवस्थी ने रविवार को बताया कि विशेष सुरक्षा बल गठित करने का आदेश राज्य सरकार ने जारी कर दिया है। एक रोडमैप पुलिस महानिदेशक से मांगा गया है। इस सुरक्षा बल को गठित करने का आधार यह है कि उच्च न्यायालय ने आदेश दिया कि जो सिविल कोर्ट हैं, वहां एक विशेष सुरक्षा बल हो। उन्होंने बताया कि विशेष सुरक्षा बल गठित करने के लिए राज्य सरकार ने आदेश जारी कर दिया है। इसका अधिनियम सदन में पारित हो चुका है। इस फोर्स का नेतृत्व एडीजी स्तर का अधिकारी करेगा।
इस स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स में कुल 9,919 कर्मी रहेंगे। पांच बटालियन में प्रथम चरण में इसका गठन पीएसी के सहयोग से किया जाएगा। इन बटालियन की पूरी व्यवस्था पर एक वर्ष में 1,747 करोड़ के व्यय का अनुमान है। वेतन भत्ता और अन्य व्यवस्था भी अनुमन्य होंगी। इस खास दस्ते के पास प्रदेश में महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों, दफ्तरों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों, एयरपोर्ट, मेट्रो आदि की सुरक्षा की जिम्मेदारी होगी। इसके साथ ही बैंक, निजी कम्पनियां अगर भुगतान के आधार पर इस फोर्स की सुविधा मांगते हैं, तो उन्हें इसे उपलब्ध कराया जाएगा। यूपीएसएसएफ को बिना वारंट गिरफ्तारी का अधिकार होगा। यह फोर्स किसी के भी घर तथा अन्य जगह की बिना वारंट तलाशी ले सकेगी। फोर्स को बिना किसी दबाव के काम करने के लिए अनेक असीमित अधिकार प्रदान किए गए हैं। प्रदेश की यह फोर्स अभूतपूर्व ताकतों से लैस होगी। एसएसएफ अलग अधिनियम के तहत काम करेगी। यूपीएसएसएफ को स्पेशल पॉवर दी गई है। इसके तहत फोर्स के किसी भी सदस्य के पास अगर यह विश्वास करने का कारण है कि तलाशी वारंट जारी कराने में लगने वाले वक्त के दरमियान अपराधी भाग सकता है या अपराध के साक्ष्य मिटा सकता है, ऐसी स्थिति में वह उक्त अपराधी को गिरफ्तार कर सकता है। इतना ही नहीं वह तत्काल उसकी सम्पत्ति व घर की तलाशी ले सकता है।

- Sponsored -

-sponsored-

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.