आदर्श नगर दिल्ली से सहरसा आनेवाली पुरबिया एक्सप्रेस इलेक्ट्रिक इंजन के साथ सहरसा आ तो गई लेकिन सहरसा-मानसी रेलखंड पर विद्युत सप्लाई नहीं होने के कारण इलेक्ट्रिक इंजन के आगे ट्रेन में डीजल इंजन लगा कर बरौनी के लिए रवाना किया गया.
सिटीपोस्टलाईव: आज बुधवार से सहरसा से दो प्रमुख ट्रेनों का इलेक्ट्रिक इंजन के साथ परिचालन शुरू होना है.सहरसा-मानसी रेलखंड पर बुधवार की सुबह पहली बार जनसेवा एक्सप्रेस ट्रेन इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल हुआ.यह ट्रेन बुधवार को तीन बजे सहरसा से यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना होगी. गरीब रथ कल दिल्ली के लिए इलेक्ट्रिक इंजन के साथ रवाना होगी .इस कोशी रेलखंड पर लंबी दूरी की दो महत्वपूर्ण ट्रेनों पुरबिया एक्सप्रेस, गरीब रथ और जनसेवा एक्सप्रेस में इलेक्ट्रिक इंजन के जरिये परिचालन शुरू होना है.
आदर्श नगर दिल्ली से सहरसा आनेवाली पुरबिया एक्सप्रेस इलेक्ट्रिक इंजन के साथ सहरसा आ तो गई लेकिन सहरसा-मानसी रेलखंड पर विद्युत सप्लाई नहीं होने के कारण इलेक्ट्रिक इंजन के आगे ट्रेन में डीजल इंजन लगा कर बरौनी के लिए रवाना किया गया.अब बरौनी से इलेक्ट्रिक इंजन लगाकर यह ट्रेन फिर से सहरसा पहुंचेगी .सहरसा से बुधवार को तेन बजे दिल्ली के लिए खुलेगी.
गौरतलब है कि मधेपुरा रेल इंजन कारखाने में बन रहे 12000 हॉर्स पावर के इंजन को विभिन्न रेलखंडों पर भेजने के लिए मधेपुरा-मानसी रेलखंड का ही उपयोग किया जाना है.अभी हाल ही में प्रधानमंत्री ने इस कारखाने में तैयार देश के सबसे पावरफुल रेल इंजन का उद्घाटन किया था. इसी इंजन को बाहर रेल पटरी पर लाने के लिए मानसी-मधेपुरा के बीच विद्युतीकरण का कार्य किया गया है. 12000 हॉर्स पावर के इंजन को ट्रेनों में जोड़ कर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने और समय बचाने की तैयारी जोरशोर से चल रही है. इसी साल मधेपुरा में निर्मित इंजन को ट्रेनों के साथ जोड़ने की तैयारी है. इस कारण ही सहरसा-मानसी-मधेपुरा रेलखंड पर पिछले सात-आठ माह से दिन-रात रेल विद्युतीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है.
वर्ष 2005 में मानसी-सहरसा के बीच बड़ी लाइन बिछायी गयी थी. उसी समय देश की पहली गरीब रथ ट्रेन को तत्कालीन रेल मंत्री ने हरी झंडी दिखा कर सहरसा से विदा किया था. मधेपुरा में इंजन फैक्टरी की घोषणा और 12000 हॉर्स पावर का इंजन बनने के बाद इस रेलखंड के विद्युतीकरण का कार्य किया गया.