पुलिसिया चक्कर में फंसे कन्हैया कुमार और पप्पू यादव, बंद को लेकर FIR दर्ज.
सिटी पोस्ट लाइव :नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship amendment Act) के खिलाफ गुरुवार को वामदलों (LEFT ) द्वारा आयोजित बिहार बंद के दौरान हुई हिंसा और तोड़फोड़ को लेकर पुलिस ने कारवाई शुरू कर दी है.बंद के दौरान जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव समेत कई नेता पटना की सड़कों पर प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रदर्शन करते रहे. पुलिस और प्रशासन के लाख आगाह करने के बावजूद ये नेता सड़कों से नहीं हटे. शाम होते-होते पटना जिला प्रशासन ने पूर्व सांसद पप्पू यादव, सीपीआई नेता कन्हैया, अखलाक अहमद, प्रेमचन्द सिंह और पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ जे अध्यक्ष मनीष कुमार समेत कई नेताओं पर उपद्रव के आरोप में केस दर्ज करवाया.
डाक बंगला चौराहे पर मौजूद मजिस्ट्रेट ने कोतवाली थाना कांड संख्या 1113/19 के तहत आईपीसी की धारा 147, 149, 188, 291, 285, 341, 342, 323, 353, 504, 507 और 427 के तहत केस दर्ज करवाया है. इसमें 20 नामजद और 200 से लेकर 250 अज्ञात लोग शामिल हैं. बंद के दौरान पटना की सड़कों पर जमकर गुंडागर्दी भी दिखी. पप्पू यादव की जाप पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बंद के दौरान पटना में जमकर उत्पात मचाया. जाप के कार्यकर्ताओं ने पीएमसीएच के डॉक्टर राकेश कुमार की गाड़ी में अशोक राजपथ पर जमकर तोड़फोड़ की.
यह घटना तब हुई जब डॉक्टर राकेश अपनी पत्नी और पीएमसीएच में ही पोस्टेड डॉ अनुपमा के साथ हॉस्पिटल जा रहे थे. घटना से डरे सहमे डॉक्टर ने जाप कार्यकर्ताओं के खिलाफ पीरबहोर थाने में कांड संख्या 646/19 में आइपीसी की धारा 147, 149, 341, 323, 427 के तहत केस दर्ज करवाया है. यही नहीं जाप कार्यकर्ताओं ने एनआईटी के पास बस में जमकर तोड़फोड़ और पटना कॉलेज के पास सड़क जाम कर यातायात बाधित कर दिया.इसे लेकर भी पीरबहोर थाने में कांड संख्या 647/19 दर्ज किया गया है. इसमें 147, 149, 341, 323 और 427 धारा के तहत सात लोगों को नामजद और 40 से 50 अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है. यही नहीं जाप कार्यकर्ताओं ने फ्रेजर रॉड के सेंट्रल मॉल की गाड़ियों के साथ भी तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया जिसे लेकर भी कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया है. साथ ही पटना शास्त्रीनगर थाने में भी जाप कार्यकर्ताओं पर दो केस दर्ज किया गया है.
पहला केस आशियाना मोड़ के पास बेली रोड जाम करने को लेकर हुआ. इस केस में 7 नामजद और 100 अज्ञात शामिल हैं. जबकि दूसरा केस पुनाइचक के पास रोड जाम करने के लिए मजिस्ट्रेट द्वारा किया गया. इस एफआईआर में 8 नामजद और 5 अज्ञात लोग शामिल हैं. पटना के सिटी एसपी सेंट्रल विनय तिवारी के अनुसार सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रव फैलाने वाले लोगों की पहचान की जा रही है. सिटी एसपी ने दावा किया है कि उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.