15 सालों में भी बिहार के अस्पतालों में रुई-सुई के अलावे कोई उपकरण क्यों नही है?

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में बढ़ते कोरोना के संक्रमण, ईलाज की धीमी रफ़्तार और अस्पतालों की कुव्यवस्था को लेकर राजनीति तेज हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाए जाने के बाद एकबार फिर से तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने अपने सोशल मीडिया के ट्वीटर अकाउंट पर एक के बाद एक तीन ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार से कई सवालों के जवाब मांगे है.

तेजस्वी ने ट्वीट किया है …..RT-PCR Tests की क्षमता क्यों नहीं बढ़ाई जा रही? 4 महीनो में कई छोटे राज्यों ने काबिले तारीफ़ काम करते हुए अस्पतालों का क्षमतावर्धन किया. आपने एक भी नया अस्पताल क्यों नहीं बनाया? 15 साल बाद भी अस्पतालो में रुई और सुई के अलावा कोई और उपकरण क्यों नहीं है?

नेता प्रतिपक्ष ने आगे सवाल करते हुए पूछा है …..बिहार जैसे घनी आबादी वाले राज्य में अभी तक मात्र 0.35% लोगों की जाँच हुई है. प्रति 10 लाख मात्र 3508 लोगों की जाँच हो रही है जो देश में सबसे कम है. 140 दिनों में प्रतिदिन जाँच का औसत सिर्फ़ 3158 है.विगत 2 हफ़्तों से Antigen Tests को छोड़ दें तो आज भी बमुश्किल 3000 जाँच हो रही है. बिहार की जुलाई महीने में Positivity rate 12.54% है जो देश में सबसे ज्यादा है.

नेता प्रतिपक्ष ने लिखा है….कोरोना से सिर्फ जुलाई महीने में अभी तक 25 दिनों  में 159 लोगों की मौत हुई है. मतलब प्रतिदिन 6 लोगों की मौत हो रही है. जो बिना जाँच और इलाज मर रहे है उनकी गिनती ही नहीं है. सरकार को अब तो गंभीर होना चाहिए.तेजस्वी यादव ने कहा है कि जब वो अस्पतालों की कुव्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे थे तो ध्यान नहीं दिया और अब स्वास्थ्य विभाग को फटकार लगा रहे हैं.इससे क्या होनेवाला है.

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