सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के गोपालगंज (Gopalganj) में बाढ़ का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. जिला में सत्तर घाट महासेतु (Sattar Ghat Bridge) के अप्रोच रोड के टूटने का मामला अभी ठीक से शांत भी नहीं हुआ था कि ठीक उसी तरह जादवपुर-मंगलपुर महासेतु के आगे के एप्रोच पथ में अचानक से दरार आ गया है. गण्डक (Gandak River) के तेज बहाव की वजह से इस एप्रोच पथ में दरार लगातार बढ़ रहा है. इसकी वजह से गोपालगंज से बेतिया को जोड़ने वाले इस महासेतु पर परिचालन फिलहाल रोक दिया गया है.
जिला प्रशासन अप्रोच रोड की दरार को भरने की कोशिश कर रहा है. गोपालगंज में वर्तमान में करीब साढे चार लाख क्यूसेक पानी का बहाव है जिसकी वजह से जिले में कई बांधों पर भी दबाव बना हुआ है. गुरुवार की सुबह जैसे ही जादूपूर-मंगलपुर महासेतु के आगे रजवाहीगांव के समीप सड़क में दरार पड़ा तो लोगों में हड़कंप मच गया.इस महासेतु का उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार ने वर्ष 2015 में किया था. इस महासेतु का निर्माण भी वशिष्टा कंपनी के द्वारा कराया गया है. महासेतु से करीब 300 मीटर के आगे ही राजवाही गांव है वहीं पर यह पुलिया है.
बिहार के गोपालगंज में सत्तर घाट पुल का अप्रोच रोड बाढ़ के पानी में बहने के कारण सरकार को भारी फजीहत झेलनी पड़ी थी. विपक्ष ने इसे घोटाला करार देते हुए पुल का निर्माण कराने वाली कंपनी को बैन करने और पथ निर्माण विभाग के मंत्री को कैबिनेट से बाहर करने की मांग की थी.अब दुसरे पूल का अप्रोच रोड भी ध्वस्त होने की कगार पर है.जिले के सैकड़ों गावं बाढ़ में डूब चुके हैं.लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का काम चल रहा है.राहत शिवरों में लोगों को रखा गया है.मवेशियों की जान खतरे में है.