कोरोना पर भारी पड़ रहा है चुनाव का बुखार, बेपरवाह हैं मंत्री-नेता

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में सभी दल चुनावी तैयारी में जुट गए हैं.चुनाव चार महीने बाद ही होना है. ऐसे में लॉक डाउन की वजह से या फिर कोरोना के डर से घरों में दुबके मंत्री विधायक चुनाव को लेकर रेस हो गए हैं. कोरोना पर चुनाव का बुखार भारी पड़ रहा है. लॉक डाउन में गोपालगंज मार्च करने की कोशिश कर तेजस्वी यादव ने सोशल डिसिंग की धज्जी उड़ाई. अब बिहार सरकार के मंत्री चुनाव तैयारी को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जी उड़ा रहे हैं. सरकार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार एक किसान की हत्या के बाद उसके परिवार से मुलाकात करने के लिए कैमूर पहुँच गए. इस परिवार के पिता और बेटे की अपराधियों ने कुछ दिन पहले चाकू मारकर खेत में हत्या कर दी थी. उस परिवार के लोगों से ही मिलने के लिए आज प्रेम कुमार तराव गांव गए थे. लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गई.

परिजनों से मुलाकात के बाद कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने बताया इस हत्याकांड में परिजनों को पुलिस न्याय दिलाएगी. जो भी दोषी होंगे उसको कानून के तहत सजा दिया जाएगी. परिवारिक लाभ और कबीर अंत्येष्टि के तरफ से मदद दे दिया गया है. फिलहाल श्रम विभाग द्वारा 4 जून को रोजगार दिलाने के क्षेत्र में एसडीओ को बोल दिया गया है, इन्हें रोजगार उपलब्ध करा दिया जाएगा. जिससे आर्थिक संकट से इन्हें जूझना नहीं पड़े. लेकिन इस दौरान प्रेम कुमार के साथ सैकड़ों  कार्यकर्ता और ग्रामीण थे. सभी कोरोना के संक्रमण के खतरे से पूरी तरह बेपरवाह थे.

गौरतलब है कि  केंद्र और बिहार सरकार ने कोरोना महामारी से लोगों को बचाने के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं. लेकिन उनके ही सरकार के मंत्रियों के सर पर चुनाव का ऐसा बुखार चढ़ा है कि कोरोना को पूरी तरह से भूल गए हैं. बिहार सरकार के मंत्री और उनके समर्थकों द्वारा खुलेआम सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाई जा रही है. दो दिन पहले भी एक मंत्री जी ने अपने बेटे के बिर्थ-डे सेलेब्रेशन के चक्कर में सोशल डिस्टेंसिंग की ऐसी की तैसी कर दी थी.

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