सिटी पोस्ट लाइवः बिहार कोरोना और बाढ़ इन दोहरी मुसीबतों से लड़ रहा है। कोरोना के भीषण संकटकाल में विधानसभा के चुनाव समय पर होंगे इसको लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। हांलाकि चुनाव आयोग और राजनीतिक दल अपनी तैयारी में जुटे हैं। बिहार के ज्यादातर राजनीतिक दलों की राय है कि चुनाव टलना चाहिए। देश के पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग केन्द्र सरकार का गुलाम है और केन्द्र सरकार अपना फायदा-नुकसान देखकर बिहार में चुनाव करायेगी। यशवंत सिन्हा ने कहा कि आज के माहौल में अगर चुनाव होता है तो हर मतदान केन्द्र संक्रमण का केन्द्र बन जाएगा। लोग डरे हुए हैं और वोट देने के लिए निकलेंगे नहीं।
इस माहौल में चुनाव कराना प्रजातंत्र का मजाक होगा इसलिए चुनाव को आगे बढ़ाना चाहिए। संविधान इसकी इजाजत देता है विशेष परिस्थिति में चुनाव को टालने का। बहुत सारी एजेंसिया आज स्वतंत्र नहीं है चुनाव आयोग भी स्वतंत्र नहीं है। बहुत सारी संवैधानिक संस्थाए सरकार की गुलामी कर रही है चुनाव आयोग भी गुलामी कर रहा है। केन्द्र सरकार अपना फायदा-नुकसान देखकर चुनाव करायेगी।