चुनाव आयोग को थोड़ा और समय देना चाहिए था, वोट प्रतिशत हो सकता है कम : मांझी
हम प्रयास कर रहे है कि महागठबंधन टूटे नहीं
सिटी पोस्ट लाइव : आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर गया में हम पार्टी ने पहला वर्चुअल रैली किया. हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माँझी और एमएलसी सन्तोष कुमार सुमन ने लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने कहा कि हम प्रयास कर रहे है कि महागठबंधन टूटे नहीं, इसके लिए काँग्रेस से समय लिया है. वर्चुअल रैली के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम माँझी ने कहा कि सामान्य प्रक्रिया से वोटिंग होती तो खासकर गरीब लोग भी भाग लेते, लेकिन कोरोना काल में चुनाव होने से वोट का प्रतिशत कम होगा। चुनाव आयोग को थोडा समय देना चाहिए था. यह सही है कि लॉक डाउन से फायदा हो रहा है. लेकिन कहना है कि नवंबर तक कोरोना को लेकर परिस्थियां बदल जाएगी. इसकी कोई सम्भावनाएं नही है।
फरवरी मार्च में लाखों की संख्या में संक्रमित होंगे। जब इसी कोरोना के बीच रहना है जीना है तो वैसी परिस्थिति में सामान्य रूप से प्रचार करने का मौका मिलता। लेकिन आज ऑनलाइन, टेक्निकल माध्यम के जरिये कैसे होगा. जब सामने evm मशीन होता है और गड़बड़ हो जाता है तो दिक्कत है। प्रखण्ड में इसके लिए लोगों को प्रशिक्षण चुनाव आयोग को देना चाहिए था। इसलिए ऐसा डर भय है कि गरीब मतदाता इससे वंचित हो जाएंगे। हम पार्टी ने कहा कि सत्ता में आते हैं या नहीं इससे कोई मतलब नहीं लेकिन सत्ता में परिवर्तन आवश्यक है.
उन्होंने कहा कि प्रयास यही कर रहे हैं कि महागठबन्धन टूटे नहीं। हमारी मांग कुछ नहीं है। आपस मे बैठक कर सहमति बने, अगर राजद नहीं मानती है तो यह दुराग्रह है, अब राजद नहीं काँग्रेस से बात हो रही है. कांग्रेस ने कहा कि सीटों का बंटबारा सभी की राय व सहमति से हो। राहुल गांधी से इस मामले पर बात हुई है यदि राजद को अंत समय तक सद्बुद्धि आ जाये तो राज्य के लिये बहुत अच्छा होगा। बिहार में अनुसूचित जाति जातीय जनगणना के आधार पर 25 प्रतिशत है अगर सभी एक हो जाये तो कुछ लोग हैं जो मदद कर सकती है और बिहार में सरकार बन सकती है।
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