तूफ़ान की वजह से किसानों की स्थिति हुई बदहाल, सरकार से मुआवजे की मांग की

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सिटी पोस्ट लाइव: बिहार के शेखपुरा में किसानों का हाल बदहाल हो चूका है. कोरोना की वजह से झेलने वाले किसानों की बुरी स्थिति तो पहले से थी लेकिन, अभी यास तूफान किसानों पर कहर बनकर बरस रहा है. शेखपूरा में लगातार 72 घंटों से रुक-रुक कर हो रही बारिश एवं चल रही हवाओं की वजह से दलहन फसल मूंग, सब्जी, मक्का और प्याज को काफी नुकसान हुआ है. इस वजह से किसान पूरी तरह से मायूस हो चुके हैं और सरकार से आस लगाए बैठे है. वहीं जिला प्रशासन के द्वारा अभी तक ना तो नष्ट हुए फसलों का कोई आंकलन कराया गया और ना ही जिला प्रशासन के द्वारा नुकसान हुए फसलों का मुयायना किया गया है.

इससे यह साफ जाहिर होता है कि किसानों के प्रति जिला प्रशासन का रवैया उदासीन है लेकिन, फिर भी किसानों ने नष्ट हुए फसल का सरकार से मुआवजे का मांग किया है. किसानों ने बताया है कि इस बार सब्जी फसल उगाने वाले किसानों का हाल ज्यादा खराब है क्योंकि सब्जी के सीजन में सारी फसले डूब चुकी हैं. ऐसे में किसानों के लिए बड़ी मुसीबत का समय है. इसलिए, किसानों ने सरकार और जिला प्रशासन ने मुआवजे की मांग की है.

इस मामले में राजद के पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कुमार यादव ने मीडिया से बात करते हुए सरकार और जिला प्रशासन पर सीधा निशान साधा है और कहा है कि शेखपूरा में सर्वाधिक उपजाया जाने वाला फसल प्याज है. यास तूफान की वजह से काफी नुकसान हुआ है लेकिन सरकार और जिला प्रशासन चुप्पी लगाये बैठी है. पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कुमार ने कृषि विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा है कि यहां बिचौलियों का जमावड़ा है. इसलिए, भी किसानों को मुआवजे मिलने के बजाय बिचौलिए खा जाते हैं. राजद नेता ने इस मामले में सरकार से उच्च स्तरीय जांच की मांग किया है.

वहीं, किसानों की इस यास तूफान और वारिश से हुए नुकसान पर कृषि पदाधिकारी शिवदत्त कुमार सिन्हा ने कहा है कि काफी फसल मूंग, प्याज, मक्का और सब्जी फसल का क्षति हुआ है. जिसका आंकलन करने के लिए कृषि समन्वयक और किसान सलाहकार को कहा गया है. पांच दिनों के अंदर रिपोर्ट देने की भी बात कृषि पदाधिकारी ने कही है. बहरहाल, शेखपुरा में यास तूफान का कहर जारी है और किसानों का हाल बद से बदतर होता जा रहा है. ऐसे में सरकार और प्रशासन अगर किसान हित की बात नहीं सोचती है तो किसानों का हाल बुरा होना लाजमी है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि जिला प्रशासन किसान हित के लिए क्या कदम उठाती है और किसानों को फसल क्षति का मुआवजा कब तक उपलब्ध करा पाती है.

                                                                                                                              शेखपुरा से धीरज सिन्हा की रिपोर्ट

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